पीलीभीत में चाचा सहित बसपा के सेक्टर प्रभारी की हत्या
पीलीभीत में बसपा के सेक्टर प्रभारी और उसके चाचा की धारदार हथियारों से वार कर निर्मम हत्या कर दी गई। हमलावारों ने बसपा नेता के पिता को भी धारदार हथियारों से प्रहार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। वह किसी तरह जान बचाकर भागे और ग्रामीणों को घटना की
लखनऊ। पीलीभीत में बसपा के सेक्टर प्रभारी और उसके चाचा की धारदार हथियारों से वार कर निर्मम हत्या कर दी गई। हमलावारों ने बसपा नेता के पिता को भी धारदार हथियारों से प्रहार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। वह किसी तरह जान बचाकर भागे और ग्रामीणों को घटना की जानकारी दी।
एएसपी समेत अन्य पुलिस अफसरों ने घटनास्थल का मौका मुआयना किया। गांव में तनाव को देखते हुए फोर्स तैनात कर दिया गया है। इस मामले में पुलिस ने मृतक के चचेरे भाई की ओर से तीन नामजद लोगों समेत पांच के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने तीन युवकों को पूछताछ के लिए हिरासत में भी ले लिया है। घटना के पीछे करीब छह माह पूर्व हुई छेड़छाड़ की रंजिश बताई जा रही है।
पीलीभीत के थाना बिलसंडा क्षेत्र के ग्राम मीरपुर का राजू (30) पुत्र मेवाराम बसपा का सेक्टर प्रभारी हैं, जबकि उसके पिता मेवाराम गांव के ही पूर्व प्रधान है। कल देर रात राजू खेत में लगे इंजन में डीजल डालने गया था। उसके काफी देर बाद भी न लौटने पर पिता मेवाराम और उनके भाई ओमकार (45) राजू को खोजने गए लेकिन राजू खेत के इंजन पर नहीं मिला। वह लोग उसको खोज ही रहे थे तभी पहले से घात लगाए बैठे पांच युवकों ने मेवाराम और ओमकार पर हमला कर दिया। मेवाराम तो अपनी जान बचाकर भागा, लेकिन ओमकार पर हमलावारों ने बांके से प्रहार कर मौत के घाट उतार दिया।
मेवाराम ने गांव आकर ग्रामीणों को घटना के संबंध में जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलने पर एसओ बिलसंडा राजेश यादव फोर्स के साथ पहुंचे। पुलिस के मौके पर पहुंचने से पहले ही ओमकार दम तोड चुका था। घायल मेवाराम को आनन फानन में जिला अस्पताल भिजवाया। हालत गंभीर होने पर मेवाराम को लखनऊ रेफर कर दिया गया। इसके बाद राजू की तलाश प्रारंभ की गई तो घटनास्थल से 300 मीटर दूर महेन्द्र कुमार के खेत पर राजू का शव पड़ा मिला। पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया।
एएसपी सुधीर कुमार सिंह, सीओ पूरनपुर राजेश्वर सिंह फोर्स के साथ पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण कर ग्रामीणों से पूछताछ की। एएसपी ने बताया कि मृतक के चचेरे भाई रामनरेश की ओर से गांव के ही सत्यपाल, अमरपाल, वीरपाल समेत पांच के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। गांव में दोनो पक्षों के बीच तनाव को देखते हुए फोर्स तैनात कर दिया गया है। अब आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम बनाकर दबिशें दी जा रही है।