फीरोजाबाद जिला अस्पताल में तीन घंटे तक मुर्दे का इलाज
रुपहले पर्दे की हालिया हिट फिल्म ' गब्बर' का सीन फीरोजाबाद ताजा हो गया है। फीरोजाबाद जिला अस्पताल में इलाज के लिए मुर्दे को भर्ती कर लिया और तीन घंटे तक इलाज चलता रहा। पलंग पर मुर्दे को लेटा देख डॉक्टर ने शिकायत की तो वार्ड में खलबली मच गई।
लखनऊ। रुपहले पर्दे की हालिया हिट फिल्म ' गब्बर' का सीन फीरोजाबाद ताजा हो गया है। फीरोजाबाद जिला अस्पताल में इलाज के लिए मुर्दे को भर्ती कर लिया और तीन घंटे तक इलाज चलता रहा। पलंग पर मुर्दे को लेटा देख डॉक्टर ने शिकायत की तो वार्ड में खलबली मच गई। आनन-फानन में मुर्दे को पोस्टमार्टम गृह भेजा गया। फार्मेसिस्ट से स्पष्टीकरण तलब किया गया है।
फीरोजाबाद नगला खंगर के गांव नगला मुकुंद निवासी रामनाथ 21 मई को डीसीएम में तरबूज भरकर दिल्ली बेचने जा रहे थे। मथुरा में अज्ञात वाहन से टक्कर में रामनाथ और महेश घायल हो गए थे। इन्हें नोएडा के कैलाश हॉस्पिटल में भर्ती कराया। रविवार शाम को रामनाथ को मृत घोषित कर दिया। रविवार रात को ही परिजन रामनाथ का शव लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। यहां इमरजेंसी में तैनात चिकित्सक ने भी उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस बीच इमरजेंसी में तैनात फार्मेसिस्ट आरएन गौतम ने शव को वार्ड में भेजकर ऑक्सीजन मास्क लगाकर ड्रिप शुरू करवा दी। यहां अन्य मरीजों को भनक भी नहीं लगी कि बगल वाले पलंग पर मुर्दे का इलाज चल रहा है। रात साढ़े 11 बजे तक फार्मेसिस्ट के निर्देशन में इलाज चलता रहा। इसकी जानकारी मिलने पर सीएमएस तत्काल मौके पर पहुंचे और शव को उठवाकर पोस्टमार्टम हाउस भिजवाया। सूत्रों के मुताबिक एक विधायक का फार्मेसिस्ट के पास फोन आया था और इसके बाद ही मुर्दे का इलाज शुरू करवाया गया था। सीएमएस डॉ. अजय कुमार शुक्ला का कहना है कि रात में जानकारी मिलने के बाद तत्काल कार्रवाई की गई। शव का पोस्टमार्टम करवाया गया। पूरे मामले में फार्मेसिस्ट से स्पष्टीकरण मांगा गया है।