अपना दल में घमासान, मां-बेटी में ठनी
लखनऊ। लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश से दो सांसद देने वाले अपना दल में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद पर तैनात
लखनऊ। लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश से दो सांसद देने वाले अपना दल में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद पर तैनाती को लेकर घमासान छिड़ गया है। इस पद पर पल्लवी पटेल की तैनाती को लेकर पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल और महासचिव अनुप्रिया पटेल में ठन गई है। कृष्णा पटेल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद पर पल्लवी के मनोनयन का विरोध कर रहीं अनुप्रिया पटेल की अध्यक्षता में कल लखनऊ हुई पार्टी की बैठक में पल्लवी के मनोनयन को असंवैधानिक करार देते हुए सर्वसम्मति से रद किया गया। बैठक में नीतिगत व सैद्धांतिक निर्णय लेने समेत पार्टी की अन्य शक्तियां भी अनुप्रिया पटेल को प्रदान कर दी गईं। कृष्णा पटेल सांसद अनुप्रिया की मां हैं जबकि पल्लवी उनकी बड़ी बहन।
अपना दल में बदलते राजनीतिक घटनाक्रम ने कल तब नया मोड़ ले लिया जब पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष व महासचिव के बीच उपाध्यक्ष पद को लेकर विवाद खुलकर सामने आ गया। उपाध्यक्ष पद पर अपनी बड़ी बहन के मनोनयन का विरोध कर रहीं पार्टी की सांसद अनुप्रिया की अध्यक्षता में लखनऊ में पार्टी की राष्ट्रीय, प्रांतीय, मंडल व जिला पदाधिकारियों की संयुक्त बैठक हुई। बैठक में कहा गया कि संगठन में किसी भी स्तर पर उपाध्यक्ष का पद अपना दल के संविधान में सृजित नहीं है। लिहाजा राष्ट्रीय उपध्यक्ष पद पर पल्लवी पटेल के मनोनयन को असंवैधानिक ठहराते हुए उसे रद कर दिया गया।
गौरतलब है कि बीते दिनों अध्यक्ष की हैसियत से कृष्णा पटेल ने अपना दल की राष्ट्रीय कार्यसमिति घोषित की थी जिसमें पल्लवी पटेल को उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया था। इतना ही नहीं, बीती छह अक्टूबर को अपना दल की प्रांतीय कार्यसमिति की बैठक की कार्यवाही के पन्नों को फाड़ने व गायब करने के दोष में लिप्त प्रदेश अध्यक्ष छोटेलाल मौर्य व संगठन प्रमुख आनंद हीराराम पटेल को तत्काल प्रभाव से कार्यमुक्त करते हुए संगठन चलाने के लिए कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष के रूप में विश्वनाथगंज (प्रतापगढ़) के विधायक डॉ. आरके वर्मा को मनोनीत किया गया। राष्ट्रीय कार्यकारिणी के जिन दो सदस्यों, धर्मराज पटेल व अवध नरेश वर्मा को कृष्णा पटेल की अध्यक्षता में हुई बैठक में निष्कासित किया गया था, उनके निष्कासन को रद करते हुए उनको कार्यकारिणी में बहाल कर दिया गया।
उधर कुनबे में बिगड़ते सियासी रिश्तों के बीच कृष्णा पटेल को वाराणसी में प्रेस वार्ता कर सफाई देनी पड़ी कि उपाध्यक्ष का पद पार्टी के संविधान के अनुरूप है। उन्होंने कहा अपना दल के संस्थापक डा.सोनेलाल पटेल ने स्वयं उपाध्यक्ष पद सृजित किया था, इस पर विवाद खड़ा करना बेमानी है। प्रेस वार्ता के दौरान उपाध्यक्ष पद पर अपनी बड़ी बेटी पल्लवी पटेल के मनोनयन की पुष्टि करते हुए उन्होंने चार नवंबर को अपना दल का स्थापना दिवस समारोह काशी में आयोजित करने की घोषणा की। उन्होंने स्पष्ट किया कि डा.सोनेलाल पटेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर रहते समय ही उपाध्यक्ष पद पर जौनपुर के विजयचंद्र पटेल को नियुक्त किया गया था जो फिलहाल बसपा में हैं। साथ मौजूद बड़ी बेटी पल्लवी ने कहा पिता डा.सोनेलाल के बिजनेस की जिम्मेदारी निभाने के लिए वह सक्रिय राजनीति में नहीं आई थीं लेकिन अब दल का दायरा बढ़ रहा है तो इसकी जिम्मेदारी संभालने के लिए कदम बढ़ाया है। दोनों पदाधिकारियों ने राष्ट्रीय महासचिव अनुप्रिया पटेल से किसी प्रकार का मतभेद होने से इन्कार किया।