अब अपराधी और माफिया को उसकी भाषा में ही समझाएंगेः योगी
योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा कि अपराधी बहुत उछल कूद मचा रहे हैं लेकिन वह जिस भाषा में समझेंगे समझाएंगे।
लखनऊ (जेएनएन)। विधानसभा में आज राज्यपाल के अभिभाषण पर ध्वनि मत से धन्यवाद प्रस्ताव पारित हो गया। इसके पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजनीति के अपराधीकरण और तबादलों के उद्योगीकरण पर पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश का हर माफिया और अपराधी समझ चुका है कि भाजपा सरकार में उसका क्या हश्र होने वाला है। अब अपराधी को उसकी ही भाषा में समझाएंगे। प्रशासन को खुली छूट दे दी गई है।
यह भी पढ़ें: योगी के आगमन से पहले कानून-व्यवस्था को चुनौती दे रहे छह देशी बम
मुख्यमंत्री राज्यपाल के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विपक्ष के हमले का जवाब दे रहे थे। योगी ने दावा किया कि उनका दो माह का कार्यकाल बसपा और सपा के 15 वर्ष के शासन पर भारी है। विकास के लिए सरकार की प्राथमिकताएं गिनाते हुए उन्होंने तीन तलाक का मसला भी उठाया। योगी ने कहा कि मातृशक्ति का सशक्तीकरण वोट बैंक बनाने से नहीं बल्कि कुप्रथा समाप्त करने से होगा। तीन तलाक पर अंकुश लगाना होगा। सच को सच कहने का साहस करना होगा। कहा, एनजीटी स्लाटर हाऊस और सीवेज के मामले में उप्र को कठघरे में खड़ा करती थी। लगता था कि अवैध बूचड़खाने वाले कानून के ऊपर हैं लेकिन, हमने कानून के दायरे में हर मानक पालन करने के निर्देश दिए।
यह भी पढ़ें: CAG report: बीस करोड़ बेरोजगारी भत्ता बांटने के लिए 15 करोड़ समारोह पर खर्च
- योगी ने गिनाई प्राथमिकताएं
- हर बीपीएल को बिजली का मुफ्त कनेक्शन मिलेगा।
- अक्टूबर 2018 तक गांवों में 24 घंटे बिजली देंगे।
- एंटी भू माफिया टास्क फोर्स गठित कर दो माह में कब्जेदारों को चिह्नित करने के निर्देश दिए हैं लेकिन, यह भी कहा है कि अगर गांव की आबादी में कोई गरीब झोपड़ी बनाया है उसे उसके नाम पर पट्टा किया जाए।
- बुंदेलखंड और पूर्वांचल के विकास में योजनाएं होंगी लागू। सभी डार्क जोन नई किस्मत से आगे आएंगे।
- खेत तालाब योजना और बुंदेलखंड में केन-बेतवा जोड़ो परियोजना होगी लागू।
- 25 मई से उप्र में टीकाकरण अभियान शुरू होगा। मुख्यमंत्री कुशीनगर से यह अभियान शुरू करेंगे।
- स्कूली बच्चों को 15 जुलाई तक मिल जाएंगे यूनीफार्म, जूता और बैग। मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों के हिस्से में किसी ने डकैती डाली तो उसी दिन बुक कर देंगे। आने वाले समय में पाठ्यक्रम बदलेंगे।
- स्टेट हाइवे पर भी नहीं खुलेगी शराब की दुकान। किसी भी बस्ती, स्कूल, धर्मस्थल के पास भी दुकान नहीं खुलने दी जाएगी।
- 32 हजार करोड़ रुपये पूंजी निवेश के साथ दिल्ली से मेरठ तक रैपिड रेल होगी शुरू।
- उप्र के सभी बड़े शहरों को वायु सेवा से जोड़ा जाएगा।
यह भी पढ़ें: योगी की चेतावनीः अपराधियों को ठेकेदारी कराने वालों की खैर नहीं
कहीं प्रतिबंध हुआ तो हम खुद दलितों का प्रवेश कराएंगे
सहारनपुर में दलितों के उत्पीडऩ के विपक्ष के आरोप पर योगी ने कहा कि उप्र में किसी भी मंदिर में दलितों के प्रवेश पर प्रतिबंध नहीं है। अगर कही प्रतिबंध होगा तो हम खुद जाकर प्रवेश कराएंगे। उन्होंने कहा कि यह सरकार किसी जाति मजहब का प्रतिनिधित्व नहीं करती बल्कि 'सबका साथ, सबका विकासÓ में भरोसा रखती है। अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर सुझाव देने वाले 74 सदस्यों के प्रति आभार जताते हुए योगी ने कहा कि स्वस्थ लोकतंत्र वही है जहां सहमति और असहमति में समन्वय हो। हम जबरन किसी पर अपनी बात थोप नहीं सकते। विधायिका ने स्वस्थ परंपरा को पुनर्जीवित किया है। इसके लिए उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित के प्रति आभार जताया।
यह भी पढ़ें: पंजाब की सरकारी नौकरियों का पेपर लीक करने वाला गिरफ्तार
लिखित परीक्षा से होगी भर्ती, पांच वर्ष में भरेंगे डेढ़ लाख रिक्त पद
मुख्यमंत्री ने पुलिस के डेढ़ लाख पदों को पांच वर्ष में भरने का एलान किया। कहा, लिखित परीक्षा कराएंगे और इस वर्ष 30 हजार आरक्षी और दो हजार दारोगा भर्ती होंगे। जाति और लिंग के आधार पर कोई भेद नहीं होगा।
यह भी पढ़ें: 'तमंचे वाली प्रेमिका' ने दूल्हे को अगवाकर उसी रात कर ली थी शादी
मैं चाहता हूं आपही राम मंदिर का प्रस्ताव रखिए
नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने अपने उद्बोधन में राम मंदिर और आरएसएस की बात उठाई थी। योगी ने पलटवार करते हुए कहा कि मैं तो चाहता हूं कि आप ही राम मंदिर का प्रस्ताव रख दीजिए। हम आपका कहां विरोध कर पाएंगे। हमने अयोध्या को नगर निगम बना दिया। पंचकोसी, चौदह कोसी और 84 कोसी परिक्रमा विकसित की जाएगी और 25 एकड़ क्षेत्र में राम का आधुनिक म्यूजियम बनेगा। मथुरा में भी कृष्ण की जन्मभूमि में कई परियोजना शुरू होगी। उन्होंने चौधरी से सीधे कहा कि आरएसएस ऐसा संगठन है तो नि:स्वार्थ सेवा करता है। स्वतंत्रता आंदोलन में अगर इतिहास देखें तो कश्मीर और पश्चिम बंगाल को बचाने का काम श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने किया। अगर वह न होते तो ये दोनों हिस्से पाकिस्तान में चले गए होते। उन्होंने कहा कि वंदेमातरम हमारी आजादी का गीत है। इसे सांप्रदायिकता के संकीर्ण दायरे में कैद न किया जाए। योगी ने कहा कि आप आरएसएस पर सवाल उठाते हैं। अगर आप भी राष्ट्रीयता, गांव, गंगा और गोसेवा की बात करेंगे आरएसएस आपको उसी तरह आशीर्वाद देगा, जैसा भाजपा को दिया है।
यह भी पढ़ें: आइएएस की मौत मामले में यूपी और कर्नाटक की टीमें करेंगी अलग-अलग जांच
मेरे लिए यह पद कोई आभूषण नहीं
योगी ने कहा कि यह पद मेरे लिए कोई आभूषण नहीं है। यह दायित्व है। यह जो प्रतिष्ठा है, वह मेरे लिए परीक्षा है। हम किसी राजनीतिक पूर्वाग्रह से काम नहीं करेंगे। कहा कि इस सदन में हमने इसलिए लाइव टेलीकास्ट कराया ताकि लोग देख सकें कि हमारे जनप्रतिनिधि क्या कर रहे हैं। आपने पहले दिन कानून-व्यवस्था पर वाक आउट किया तो ठीक लगा लेकिन, हर घंटे करेंगे तो लोग कहेंगे कि यह कोई बीमारी है।
तस्वीरों में देखें-यूपी की राजधानी में योगी का एक्शन
सीटी या तो ट्रैफिक पुलिस बजाती या...
राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान सदन में सीटी बजाए जाने के मसले को उठाते हुए योगी ने तंज कसे। बोले, सीटी या तो ट्रैफिक पुलिस बजाती या फिर दूसरी तरह के लोग। कहा कि दूसरों के लिए एंटी रोमियो स्क्वाड का गठन कर दिया गया है। सदन ने सीटी का संज्ञान लिया है।
बाबा को कैसे हो गई रोमियो की जानकारी
मुख्यमंत्री ने अपराध के राजनीतिकरण पर सवाल उठाया तो नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने पूछा कि मुलायम के खिलाफ तहसीलदार को 1991 में किसने उम्मीदवार बनाया। कहा कि तहसीलदार को भाजपा ने ही खड़ा किया था। उन्होंने पूछा कि मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठते ही बाबा आपको रोमियो के बारे में कैसे जानकारी हो गई। कौन था रोमियो। उन्होंने नेता सदन के भाषण को प्रवचन करार दिया तो सत्तापक्ष के सदस्य विरोध पर उतर आए। चौधरी ने कहा कि जबसे भाजपा की सरकार बनी तबसे प्रवचन ही सुन रहा हूं। प्रवचन देने में मोदी और योगी दोनों माहिर हैं। चौधरी ने कहा कि नेता सदन आपको स्वीकार करना होगा कि कानून-व्यवस्था छाती ठोंकने से ठीक नहीं होगी। इधर दो माह में आपकी सरकार फेल हो गई है। उन्होंने हर विधायक को पांच सौ हैंडपंप और 20-20 किलोमीटर सड़क देनेे की मांग रखी। बसपा के सुखदेव राजभर ने सहारनपुर में दलितों के उत्पीडऩ का मसला उठाया और कहा कि कानून-व्यवस्था इतनी बदतर है कि सीएम ने नवरात्र में कन्याओं का पैर धोया लेकिन, वही अब सुरक्षित नहीं रह गई हैं। उन्होंने दलित समाज के दूल्हे को घोड़ी पर बैठे जाने के बाद हमले का उदाहरण देकर सरकार को घेरा। सपा मनोज पाण्डेय ने सरकार की संवेदनशीलता पर सवाल उठाते हुए कहा कि रिक्शेवालों की सरकार ने उपेक्षा कर दी है।
जिसके चलते कश्ती में सुराख हो गया वो भी बोलने लगे
चर्चा के दौरान कांग्रेस के राकेश सिंह ने पिछली सरकार पर खूब तंज किया और बोले कि भाजपा को इतनी बड़ी संख्या प्रभुता से नहीं बल्कि पिछली सरकार के सत्कर्मों से मिली। इस तंज पर सपा के आजम खान ने कहा कि यह भी संयोग है कि जिसकी वजह से कश्ती में सुराख हो गया वो भी बोलने लगे।