पूर्वांचल में ग्राम प्रधान चुनाव के दौरान बबाल, बूथ लूट, लाठीचार्ज
ग्राम प्रधान और ग्राम सभा सदस्यों के लिये दूसरे चरण का मतदान जारी है। सभी ब्लाक मुख्यालयों में फोर्स लगी है। प्रमुख सचिव गृह देबाशीष पंडा और डीजीपी जगमोहन यादव ने सभी डीएम और एसपी को कड़ी चौकसी के निर्देश दिये हैं।
मऊ में घोसी के रामनिधि मिश्रौली गांव में मतदाता सूची में नाम न होने पर भड़के ग्रामीण। भारी बवाल, मारपीट, तोडफ़ोड़, लाठीचार्ज, बूथ लूटने, दो सरकारी वाहन तोड़े जाने की घटना के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी ने की चुनाव निरस्त करने की घोषणा। गाजीपुर में दिलदारनगर थाना क्षेत्र के रकसहां गांव में भी दो पक्षों में हुई मारपीट। अराजक तत्वों ने कई बूथों पर बैलेट पेपर फाड़े और मतपेटिकाएं लेकर भागे। मतदान अधिकारी को भी पीटा गया। आजमगढ़ में तैनात पोलिंग पार्टी ने सोमवार की रात विकास खंड कोयलसा के टहर किशुनदेवपुर में प्रधान पद के प्रत्याशी के घर दावत उड़ाई। जोनल मजिस्ट्रेट ने पोलिंग पार्टी को बदल दिया है। उधर, पूर्वांचल के जिलों में इस बार मतदान की गति तेज है। दिन के ग्यारह बजे तक 30 से 35 फीसद मतदान की है सूचना।
लखनऊ। ग्राम प्रधान और ग्राम सभा सदस्यों के लिये दूसरे चरण का मतदान जारी है। सभी ब्लाक मुख्यालयों में फोर्स लगी है। प्रमुख सचिव गृह देबाशीष पंडा और डीजीपी जगमोहन यादव ने सभी डीएम और एसपी को कड़ी चौकसी के निर्देश दिये हैं। उधर, राज्य निर्वाचन आयुक्त एसके अग्रवाल ने संवेदनशील जिलों के अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए चुनावी तैयारियों की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिये।
202 विकास खंडों में मंगलवार को मतदान होना है। इसके लिये 19542 मतदान केंद्र और 43940 मतदेय स्थल बनाये गये हैं। पहले चरण की अपेक्षा दूसरे चरण में करीब 2500 कम बूथों पर मतदान होना है लेकिन पहले चरण में दी गयी फोर्स कम नहीं की गयी है। निर्वाचन आयुक्त ने संवेदनशील जिलों के अधिकारियों से संसाधन को लेकर विमर्श किया। कुल 42 जिलों के अधिकारियों के साथ संवाद स्थापित कर उन्होंने किसी भी स्तर पर चूक न होने देने के निर्देश दिये। कई चरणों में उन्होंने अधिकारियों से वार्ता की। मेरठ, बरेली, मुरादाबाद और सहारनपुर रेंज के अधिकारियों को उन्होंने विशेष चौकसी बरतने को कहा।
पुलिस महानिरीक्षक कानून-व्यवस्था ए. सतीश गणेश ने पत्रकारों को बताया कि 16 जिलों के लिये 18 कंपनी रिजर्व पीएसी रखी गयी है। इन जिलों को अति संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। उन्होंने पहले चरण में हुई 18 घटनाओं का ब्यौरा दिया जिसमें ज्यादातर में कठोर कार्रवाई की गयी है। बहराइच, बस्ती, महराजगंज, जौनपुर, बाराबंकी, इलाहाबाद, मैनपुरी, एटा, सहारनपुर और लखनऊ आदि में दर्ज 21 मुकदमों में 108 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। इन घटनाओं पर आयोग ने चिंता जताई और इसकी पुनरावृत्ति न होने देने के लिये डीजीपी को हिदायत दी। आइजी ने बताया कि करीब एक लाख दस हजार पुलिसकर्मी, 132 कंपनी पीएसी, 93 हजार होमगार्ड, 65 हजार चौकीदार, 41 कंपनी अद्र्धसैनिक बल को चुनाव में लगाया गया है। अभिसूचना इकाई को भी अलर्ट किया गया है। जिन गांवों में तनाव की स्थिति है उसकी अपडेट जानकारी संबंधित थानेदार और सीओ को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये हैं।
फीरोजाबाद के तीन बंदी जाएंगे सुदूर जेल
शासन ने पंचायत चुनाव में हस्तक्षेप कर रहे फीरोजाबाद जेल के तीन बंदियों को सुदूर जेल भेजने का आदेश जारी किया है। जानकारी के मुताबिक राजेश उर्फ गंठा, सरफराज उर्फ बबुआ और चरन सिंह को क्रमश: मीरजापुर, रायबरेली और फतेहपुर जिला कारागार भेजने का आदेश दिया गया है।