मंडल मुख्यालय पर खुलेगा ड्राइविंग प्रशिक्षण केंद्र : योगी आदित्यनाथ
कौशल विकास मंत्री राजीव प्रताप रूड़ी के साथ संयुक्त पत्रकार वार्ता में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब सरकार हर मंडल मुख्यालय पर चालकों के प्रशिक्षण के लिए केंद्र खोलेगी।
लखनऊ (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश में कौशल विकास मिशन को रफ्तार देने को अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के हर मंडल मुख्यालय में ड्राइविंग प्रशिक्षण केंद्र खोलने का मन बना लिया है। योगी आदित्यनाथ ने अपने कार्यालय में केंद्रीय केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राजीव प्रताप रूड़ी के साथ बैठक के बाद मीडिया को संबोधित किया। उनके साथ मंत्री चेतन चौहान भी थे।
कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्य मंत्री राजीव प्रताप रूड़ी के साथ संयुक्त पत्रकार वार्ता में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब सरकार हर मंडल मुख्यालय पर चालकों के प्रशिक्षण के लिए केंद्र खोलेगी। इनमें हर तरह के वाहनों के चलाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
We'll provide land to open 18 driving training schools in UP. India needs 4-5 Lakh well trained drivers today: Yogi Adityanath pic.twitter.com/xl0zMjt0ma— ANI UP (@ANINewsUP) July 22, 2017
बाद में ऐसे केंद्र जिला मुख्यालयों पर भी खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना में होने वाली मौत और चालकों की बढ़ती जरूरत के लिए यह फैसला लिया गया है।मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कौशल विकास मिशन मंत्री का स्वागत करता हूँ। स्वरोजगार और स्वालंबन से जुड़ी योजना का लाभ उत्तर प्रदेश को दिया है। प्रदेश सरकार ने 6 लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन कराए हैं।
इस साल 10 लाख लोगों को प्रशिक्षत करने का लक्ष्य रखा गया है, साथ ही उन्हें रोजगार भी दिलाया जाएगा। उत्तर प्रदेश शासन के अंतर्गत 2100 आई.टी.आई संचालित हैं और इससे अधिक निजीकरण है,लेकिन इनकी गुणवत्ता अच्छी नही है, ये मानक स्तर पर गड़बड़ है इनकी परीक्षा पद्धति भी ठीक नही है। देश मे दो कार्य बहुत तेजी से चलते है एक परीक्षा और एक चुनाव। हम लोग अब लाइन व्यवस्था के तहत 24 घण्टे के अंदर परीक्षा परिणाम की तैयारी कर रहे हैं।
यूपी सरकार पीएम के सपने को साकार करने के लिए यूपी सरकार पूरी तरह से कटिबद्ध है। इस वर्ष 10 लाख युवाओं को प्रशिक्षित करके उन्हें रोज़गार देने की योजना है। अगले पांच वर्षों तक 70 लाख युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य है। पुराना और बुनियादी ढाँचा सही नहीं। कम समय में परीक्षा और परिणाम कराने को लेकर प्रयास। परंपरागत उद्योग को बढ़ावा दिया जाएगा। ठोस योजना को लेकर काम करना है। सड़क दुर्घटना में हो रही मौतों में इज़ाफ़ा हो रहा है। ट्रेंड ड्राइवरों के ज़रिए 18 मंडलों में पाँच एकड़ में स्कूल खोला जाएगा।
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केंद्रीय मंत्री रूड़ी ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर प्रदेश में आइटीआइ की गुणवत्ता सुनिश्चित कराएगी। इसके लिए मानक तय हो गए हैं। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र में खुले तमाम आइटीआइ की गुणवत्ता मानक के अनुरूप नहीं है।150 करोड़ रुपये की राशि उत्तर प्रदेश को दी गयी है। साथ ही आने वाले दिनों में हम इसका बजट 200 करोड़ रुपये करेंगे।
OLA और UBER से ड्राइवरों को रोजगार मिला आगे भी हम हैवी मोटर चालको के लिए ट्रेनिंग सेंटर खोलेंगे। नए फ्लेक्सी सिस्टम के माध्यम से आई.टी. सेंटर खोलेंगे। भारत सरकार कौशल विकास मिशन के तहत प्रदेश को बढ़ाने में कोई कोर-कसर नही छोड़ेगी। यूपी सरकार का पूरा सहयोग करेगी। अगले पाँच वर्षों में यूपी भर में कौशल विकास का जाल बिछाया जाएगा। भारत सरकार बड़ी योजनाओं को लेकर यूपी का पूरा सहयोग करेगी। स्किल मिशन की राशि बढ़ाना भी बड़ी उपलब्धि। 200 करोड़ रु0 केंद्र सरकार भी इसी वर्ष। कई सेक्टरों में ट्रेनिंग कैंप स्थापित किया जाएगा। कौशल मेला को और विस्तार किया जाएगा।
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उनकी भी जांच कराई जाएगी और उनको मानक तथा गुणवत्ता के अनुरूप तैयार करने में प्रदेश सरकार मदद करेगी। उन्होंने कहा कि पहली बार इस मंत्रालय को अलग किया, इस मंत्रालय को मात्र ढाई वर्ष हुए हैं। उत्तर प्रदेश के कौशल विकास मंत्री चेतन चौहान ने कहा कि हम उत्तर प्रदेश में कौशल विकास का जाल बिछाएंगे।