सीएम अखिलेश ने दी शहीद जवानों को श्रद्धाजलि
लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज लखनऊ पुलिस लाइन में आयोजित स्मृति दिवस परेड में शहीद जवानों
लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज लखनऊ पुलिस लाइन में आयोजित स्मृति दिवस परेड में शहीद जवानों को श्रद्धाजलि दी। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक एएल बनर्जी, मुख्य सचिव आलोक रंजन तथा प्रमुख सचिव गृह देवाशीष पांडा भी मौजूद थे।
कर्तव्य की वेदी पर एक सितंबर 13 से 31 अगस्त 2014 तक की अवधि में सूबे के 126 पुलिस कर्मियों की शहादत को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज नमन किया। यूपी के शहीद 126 पुलिसकर्मियों में तीन निरीक्षक, एक कंपनी कमांडर, दो उपनिरीक्षक (एम) स्टेनों, एक उपनिरीक्षक (एम), सात उपनिरीक्षक, एक उपनिरीक्षक (रेडियो), तीन एएसआइ (एम), चार उपनिरीक्षक विशेष श्रेणी, 13 मुख्य आरक्षी, 85 आरक्षी, चार आरक्षी चालक, एक फायरमैन एवं एक महिला आरक्षी हैं। आगरा में तैनात रहे आरक्षी खलीक अहमद, बागपत में तैनात रहे सुभाष चंद, खीरी में विक्रम प्रताप और फीरोजाबाद में तैनात रहे दिनेश प्रताप और गिर्राज किशोर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए लखनऊ पुलिस लाइन में मुख्यमंत्री ने उनके आश्रितों को सम्मानित किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार महिला पुलिसकर्मियो के लिए काफी काम कर रही है। अब थानों में इनके लिए अलग बैरको का निर्माण होगा। जनता की हर समस्या में खड़े रहने वाले पुलिसकर्मी को सरकार भी समझती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की पुलिस को और सुविधा देकर इसका तंत्र मजबूत किया जाएगा। लखनऊ के साथ गाजियाबाद, इलाहाबाद,आगरा व वाराणसी में हाईटेक कंट्रोल रूम बनाने का काम जल्द शुरू किया जाएगा। अब सभी उपनिरीक्षकों को भी सीयूजी नंबर दिए जाएंगे। हमारे प्रदेश में पुलिस का पर्याप्त संख्याबल नहीं है। इसको बढ़ाने का प्रयास भी चल रहा है। पुलिस जवानों के सामने हर रोज नई-नई चुनौतिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस अपनी जिम्मेदारी इमानदारी से निभाए। सरकार सदैव इनके साथ है।
सुर्खियों में इनका बलिदान
विक्रम प्रताप : दस सितंबर 2013 को लखीमपुर खीरी में आरक्षी विक्रम प्रताप पुलिस टीम के साथ दो बंदियों को पेशी पर न्यायालय ले जा रहे थे। चार अज्ञात बदमाशों ने इनकी आंखों में मिर्च झोंककर बंदियों को छुड़ाने का प्रयास किया। विक्रम प्रताप बदमाशों से जूझ गए तो उन्होंने गोली मार दी। उपचार के दौरान विक्रम की मौत हो गयी।
दिनेश प्रताप व गिर्राज किशोर : फीरोजाबाद के थाना रामगढ़ क्षेत्र में आरक्षी दिनेश प्रताप व गिर्राज किशोर चेतक मोबाइल पर गश्त ड्यूटी में थे। कुछ बदमाशों के देखे जाने की सूचना मिली। फुटा रोड वारसी मस्जिद वाली गली के सामने जान से मारेन की नीयत से बदमाशों ने फायरिंग कर दी। फायरिंग में दिनेश प्रताप और गिर्राज किशोर गंभीर रूप से घायल हो गए। उपचार के दौरान दोनों की मौत हो गयी।
खलीक अहमद : चार दिसंबर 2013 को पुलिस लाइंस आगरा में नियुक्त आरक्षी खलीक अहमद को पुलिस टीम के साथ कमान ड्यूटी को भेजा गया था। पांच दिसंबर को गाजियाबाद में अभियुक्तों की पेशी के दौरान पुलिस पार्टी ट्रेन से वापस आ रही थी कि मथुरा-आगरा के मध्य फरह स्टेशन के पास बदमाशों ने फायरिंग झोंक दी। खलीक अहमद ने मुकाबला किया और उन्हें बदमाशों की गोली लगी। आठ दिसंबर को उपचार के दौरान उनकी मौत हो गयी।
सुभाष चंद्र : 11 जुलाई 2014 को बागपत में थाना सिघावली अहीर क्षेत्र में कृष्णा कालेज के पास सुभाष चंद्र चेकिंग ड्यूटी में थे। रात साढ़े दस बजे तीन अज्ञात संदिग्ध व्यक्ति मोटर साइकिल से जा रहे थे। चेकिंग के उद्देश्य से सुभाष ने उन्हें रोका तो उधर से फायरिंग कर दी गयी। सुभाष गंभीर रूप से घायल हो गए और उपचार के दौरान उनकी मौत हो गयी।