मुख्य न्यायाधीश करेंगे मायावती के बंगलों पर सुनवाई
बसपा प्रमुख मायावती केबंगलों केसंबंध में दाखिल जनहित याचिका पर सुनवाई अब हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की बेंच करेगी। इस मामले की सुनवाई कर रहे दो न्यायधीशों की खंडपीठ ने सोमवार को याचिका मुख्य न्यायाधीश की बेंच के समक्ष भेज दी।
लखनऊ। बसपा प्रमुख मायावती केबंगलों केसंबंध में दाखिल जनहित याचिका पर सुनवाई अब हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की बेंच करेगी। इस मामले की सुनवाई कर रहे दो न्यायधीशों की खंडपीठ ने सोमवार को याचिका मुख्य न्यायाधीश की बेंच के समक्ष भेज दी।
इस मामले में राज्य सरकार की ओर से अपर महाधिवक्ता बुलबुल गोडियाल ने इस विषय पर ही अन्य याचिकाओं की सुनवाई पांच न्यायधीशों की वृहद पीठ के समक्ष लंबित होने की जानकारी दी। बताया कि फरवरी 2010 के शीर्ष अदालत के आदेश का अनुपालन करते हुए वृहद पीठ गठित की गयी थी जिसके समक्ष 13 याचिकाएं लंबित हैं जो स्मारक स्थल बनाने, ग्रीन बेल्ट को समाप्त करने व गन्ना आयुक्त कार्यालय को पूर्व मुख्यमंत्री के बंगले में विलय कर देने से संबंधित हैं। मोतीलाल यादव की ओर से दाखिल याचिका में बंगला विलय के संबंध में जो विषय उठाया गया है, वह इसी से संबंधित तीन याचिकाएं वृहद पीठ के समक्ष लंबित हैं।
इस पर न्यायमूर्ति एसएस चौहान और आरआर अवस्थी की खंडपीठ ने संबंधित रिकार्ड तलब किया और सुनवाई के बाद न्यायालय ने उचित निर्णय के लिए मामले को उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की पीठ के समक्ष भेजने के आदेश दिए। बता दें कि अधिवक्ता मोतीलाल यादव की जनहित याचिका में माल एवेन्यू लखनऊ और दिल्ली के बंगलों को अनियमित तरीकेसे पूर्व मुख्यमंत्री को आवंटित करने और अवैध निर्माण का आरोप लगाते हुए खाली कराने की मांग की गई है।