मनरेगा घोटाला में बड़े भ्रष्टाचार की गिरफ्त में सोनभद्र के 87 चेकडैम
उत्तर प्रदेश में मनरेगा के बड़े घोटाले की गिरफ्त में सोनभद्र के 87 चेकडैम आ गये हैं। चेकडैम में घोटाला करीब तीन सौ करोड़ का है। इसकी जांच सीबीआई कर रही है। सीबीआई ने जब इसकी रिपोर्ट मांगी है तो सोनभद्र के अफसरों को जवाब नहीं सूझ रहा है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मनरेगा के बड़े घोटाले की गिरफ्त में सोनभद्र के 87 चेकडैम आ गये हैं। चेकडैम में घोटाला करीब तीन सौ करोड़ का है। इसकी जांच सीबीआई कर रही है। सीबीआई ने जब इसकी रिपोर्ट मांगी है तो सोनभद्र के अफसरों को जवाब नहीं सूझ रहा है।
सोनभद्र में चेकडैमों की सूची तलब करने के बाद सीबीआइ ने सभी की भौतिक, आर्थिक व सामाजिक रिपोर्ट भी तलब की है। इसे एक माह के अंदर जिला प्रशासन को सीबीआइ को उपलब्ध कराना होगा। मनरेगा घोटाले में सीबीआइ को सोनभद्र में कई मामले पकड़ में आए है। जांच के दौर से गुजर रहे इस घोटाले में सीबीआइ अधिकारी तमाम सबूत जुटा चुके है और उस वक्त के कई अधिकारी आरोपी भी बन चुके है। इसी क्रम में सीबीआइ ने जिले की चर्चित 87 चेक डैम की सूची तलब कर कई लोगों के माथे पर बल डाल दिया है। यह सभी चेकडैम इसलिए चर्चित है कि क्योंकि इसकी जांच तत्कालीन जिलाधिकारियों ने कराई थी। इसके बाद बड़े घोटाले का खुलासा हुआ था। यह दिगर बात है कि आरोपियों की न तो गिरफ्तारी हुई और न ही रिकवरी। अब जब सीबीआइ का ध्यान इस ओर गया है तो खासकर विकास महकमे में अफरा-तफरी का माहौल है। जिन 87 चेकडैमों की फाइल तलब हुई है उसमें घोरावल में 31, चोपन में 24, म्योरपुर में 29, बभनी में 6, राबर्ट्सगंज में चार चेकडैटम शामिल है। मुख्य विकास अधिकारी महेंद्र सिंह ने बताया कि सीबीआइ के निर्देश पर 87 चेकडैमों की जांच के लिए टीम गठित कर दी गई है।ï