आनंद दंपति की आत्महत्या की जांच करेगी सीबीआई
विख्यात गीतकार संतोष आनंद के पुत्र संकल्प तथा पुत्रवधू नंदिनी के आत्महत्या के प्रकरण की जांच सीबीआई करेगी। दिल्ली के लोकनायक जयप्रकाश नारायण नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिमिनोलॉजी एंड फोरेंसिक साइंस में प्रवक्ता रहे संकल्प आनंद ने पत्नी नंदिनी के साथ 19 अक्टूबर को मथुरा में ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या
लखनऊ। विख्यात गीतकार संतोष आनंद के पुत्र संकल्प तथा पुत्रवधू नंदिनी के आत्महत्या के प्रकरण की जांच सीबीआई करेगी। दिल्ली के लोकनायक जयप्रकाश नारायण नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिमिनोलॉजी एंड फोरेंसिक साइंस में प्रवक्ता रहे संकल्प आनंद ने पत्नी नंदिनी के साथ 19 अक्टूबर को मथुरा में ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या की थी। इस प्रकरण में दो आईपीएस अधिकारी सहित 38 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। संकल्प के सुसाइड नोट से करीब 250 करोड़ के घोटाला खुलने की संभावना है।
संकल्प आनंद दंपति आत्महत्या प्रकरण की जांच सीबीआइ को सौंपे जाने का रास्ता साफ है। उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रकरण की जांच सीबीआइ से कराए जाने की संस्तुति करके केंद्र सरकार को पत्र भेज दिया है। दूसरी तरफ मामले की जांच कर रही मथुरा क्राइम ब्रांच ने भी दिल्ली के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिमिनोलॉजी एंड फोरेंसिक साइंस के निदेशक से 40 बिंदुओं पर लिखित जानकारी मांगी है। संस्थान ने इसके लिए एक सप्ताह का समय मांगा है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिमिनोलॉजी एंड फोरेंसिक साइंस में प्रवक्ता संकल्प आनंद ने अपनी पत्नी नरेश नंदिनी के साथ 19 अक्टूबर की सुबह मथुरा कोसी में ट्रेन के आगे कूद कर आत्महत्या कर ली थी। घटना के वक्त पांच साल की बेटी रिद्धिमा भी उनके साथ थी। दंपति की मौत हो गई, जबकि बच्ची की जान बच गई। रेलवे ट्रैक के किनारे उनकी गाड़ी खड़ी जिसमें से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ। दस पेज के सुसाइड नोट में 250 करोड़ रुपए के लेनदेन का जिक्र था। साथ ही 13 लोगों पर गंभीर आरोप लगाए गए थे। इनमें से एक डीजी पुलिस आवास निर्माण कमलेंद्र प्रसाद का भी नाम है। सुसाइड नोट में गंभीर आरोपों का जिक्र है। साथ ही हाईप्रोफाइल लोगों के नाम भी सामने आए हैं। संकल्प ने करीब 250 करोड़ के लेन-देन को लेकर दो आईपीएस सहित 38 आरोपियों पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया था। सुसाइड नोट के आधार पर मथुरा की कोसीकलां पुलिस ने मशहूर गीतकार संतोष आनंद की तहरीर पर आईपीएस डीजी (आवास निगम) कमलेंद्र प्रसाद व संदीप मित्तल सहित संस्थान के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था। गीतकार संतोष आनंद के बेटे-बहू के केस में यूपी सरकार ने सीबीआई जांच की संस्तुति की थी। गीतकार संतोष आनंद ने दोनों की मौत के मामले में मथुरा के कोसी थाने में तहरीर दी थी। सभी आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 306 लगाई गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।रिपोर्ट दर्ज होने के बाद ही एसएसपी मंजिल सैनी मामले की जांच को स्वतंत्र एजेंसी कराए जाने की सिफारिश डीजीपी कार्यालय को भेजा था।
डीजीपी कार्यालय ने भी जांच को स्वतंत्र एजेंसी से कराए जाने की संस्तुति करके फाइल शासन को भेज दी। मथुरा की एसएसपी मंजिल सैनी ने बताया कि प्रकरण की जांच सीबीआइ से कराए को शासन ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र भेज दिया है। गृह मंत्रालय की मंजूरी मिलने के बाद जांच सीबीआइ को सौंप दी जाएगी।
इधर मथुरा क्राइम ब्रांच की टीम भी दिल्ली में गीतकार संतोष आनंद से शुक्रवार को मुलाकात के बाद संस्थान के निदेशक भी मिली थी। क्राइम ब्रांच ने संस्थान निदेशक कार्यालय से 40 बिंदुओं पर जानकारी मांगी है। संस्थान ने एक सप्ताह में जानकारी मुहैया कराए जाने को कहा है।
फूट-फूटकर रोए गीतकार संतोष आनंद
बेटे संकल्प आनंद और पुत्रवधू नरेश नंदिनी आनंद की आत्महत्या के बाद टूट चुके मशहूर गीतकार संतोष आनंद मथुरा क्राइम ब्रांच की टीम को देखते ही कल फूट-फूट कर रो पड़े। गीतकार ने कुछ बोले बिना आंसुओं से टीम के सामने अपना दर्द बयां कर दिया था। जांच अधिकारी से पहले गीतकार संतोष आनंद ने कहा कि मुझे कुछ भी नहीं चाहिए। मैं बूढ़ा, कहां-कहां और कब तक भागूंगा। नातिनी का बोझ सिर है, उसके लिए जी रहा हूं। आपसे उम्मीद है कि बेटे और बहू का मेरे जीते जी न्याय मिल जाए। बस यही, मेरी प्रार्थना है। टीम करीब चार घंटे तक गीतकार संतोष आनंद के घर पर रुकी। उन्होंने कहा कि जो कुछ मैंने लिख कर दिया है, वही मेरा बयान है।