यादव सिंह के घर, पैतृक आवास तथा ससुराल पर सीबीआई का छापा
नोएडा अथारिटी के चीफ इंजीनियर रहे यादव सिंह के खिलाफ आज सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है। सीबीआई की टीमें सुबह से ही नोएडा अथारिटी, यमुना अथारिटी के साथ ग्रेटर नोएडा तथा यादव सिंह के नोएडा व आगरा के आवास, ससुराल फिरोजाबाद में भी छापा मार
लखनऊ। नोएडा अथारिटी के चीफ इंजीनियर रहे यादव सिंह के खिलाफ आज सीबीआई ने अपनी जांच शुरू कर दी है। सीबीआई की टीमें सुबह से ही नोएडा अथारिटी, यमुना अथारिटी के साथ ग्रेटर नोएडा तथा यादव सिंह के नोएडा व आगरा के आवास के साथ ससुराल फिरोजाबाद में भी छापा मार रही हैं। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच के आदेश पर यादव सिंह के खिलाफ सीबीआई जांच हो रही है, हालांकि उत्तर प्रदेश सरकार हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गई है।
नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा में सीबीआई की करीब दस सदस्यीय टीम ने यादव सिंह के ठिकानों पर छापा मारा है। आज सुबह ही सीबीआई की टीम के यादव सिंह के मामले की जांच शुरू करने से नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा में खलबली मची है। टीम यादव सिंह के आवास नोएडा सेक्टर 50 और नोएडा अथारिटी दफ्तर सेक्टर छह में पड़ताल कर रही है। चीफ इंजीनियर एके गोयल के कमरे मे सीबीआई टीम के सदस्य यादव सिंह के बारे में तहकीकात कर रहे हैं।
नोएडा के साथ ही यादव सिंह के पैतृक आवास आगरा तथा ससुराल फीरोजाबाद में सीबीआई की टीमों ने छापा मारा। पिछली बार नाम सुर्खियों में आने के बाद आगरा में यादव सिंह के आवास पर मीडिया कर्मियों से कुछ लोगों ने मारपीट की थी। इनमें यादव सिंह के भाई तथा गुर्गे शामिल थे। आज सीबीआई की टीम आगरा में सदर के देवरी रोड इलाके में यादव सिंह की कोठी पर छापा मारा। इस दौरान यादव सिंह के परिवार के लोगों से पूछताछ हो रही है। कोठी में मौजूद किराएदारों से भी पूछताछ की गई है। इसके बाद ही यादव सिंह के ससुराल फिरोजाबाद के रसूलपुर के मोहल्ला दुली में सीबीआई की टीम ने छापा मारा है। इस दौरान सीबीआई टीम ने ससुराल पक्ष के लोगों से पूछताछ की। टीम के सदस्य पुराने दस्तावेज भी खंगाल रही है।
नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा के साथ ही दो टीमें यमुना प्राधिकरण में भी छापा मार रही हैं। एक साथ 14 जगहों पर सीबीआई ने छापा मारा है। सीबीआई टीम कई अधिकारियों से भी पूछताछ कर रही है। टीम नोएडा अथॉरिटी के चेयरमैन रमा रमन से भी पूछताछ कर सकती है। इलाहाबाद हाईकोर्ट के सीबीआई जांच के आदेश के बीस दिन बाद आज से टीम ने जांच शुरू कर दी है।
गौरतलब है कि सामाजिक कार्यकर्ता तथा आइपीएस अधिकारी डॉ. नूतन ठाकुर की याचिका पर हाईकोर्ट ने यादव सिंह की अवैध संपत्ति मामले में सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं। यादव सिंह नोएडा अथॉरिटी में चीफ इंजीनियर के पद पर कार्यरत थे। माना जा रहा है यादव सिंह के पास करीब दस हजार करोड की काली कमाई है। हाईकोर्ट का फैसला अखिलेश सरकार के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि विपक्ष का आरोप है कि इतने बड़े घोटाले में सरकार भी शामिल है। यादव सिंह नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी के चीफ इंजीनियर थे।
आरोप है कि 40 कंपनियां बनाकर यादव सिंह, पत्नी और साथियों ने हेराफेरी की। यादव सिंह पर आरोप है कि नोएडा अथॉरिटी में तैनाती का फायदा उठाते हुए अपनी पत्नी के नाम रजिस्टर्ड फर्म को सरकारी दर पर बड़े-बड़े व्यावसायिक प्लॉट अलॉट करा देते थे। इसके बाद इन्हीं प्लॉट को वह बिल्डरों को काफी ऊंचे दामों में बेच देते थे। प्राधिकरण समेत तीन अथॉरिटी के चीफ इंजीनियर यादव सिंह के घर इनकम टैक्स के छापे में गाड़ी से 10 करोड़ कैश मिला था। इसके अलावा 100 करोड़ रुपए कीमत की डायमंड ज्वेलरी जब्त किए गए थे। इनका वजन करीब दो किलो था।