Move to Jagran APP

जी का जंजाल बना नकदी संकट,मारपीट, झड़प, हंगामा, जाम

बैंकों में भीड़ उमड़ी, लेकिन कैश की कमी सभी के लिए जी का जंजाल बन रही है। कुछ बैंकों में नो कैश के बोर्ड भी लगे मिले। वेतन निकालने को लेकर नौकरीपेशा व पेंशनर परेशान रहा।

By Ashish MishraEdited By: Published: Mon, 05 Dec 2016 08:30 PM (IST)Updated: Mon, 05 Dec 2016 08:34 PM (IST)
जी का जंजाल बना नकदी संकट,मारपीट, झड़प, हंगामा, जाम

लखनऊ (जेएनएन)। नोटबंदी के 27वें दिन भी आमजन को राहत नहीं मिली। रविवार के अवकाश के बाद खुले बैंकों में भीड़ उमड़ी, लेकिन कैश की कमी सभी के लिए जी का जंजाल बन रही है। कुछ बैंकों में नो कैश के बोर्ड भी लगे मिले। अधिकांश एटीएम बंद हैं। वेतन निकालने को लेकर नौकरीपेशा व पेंशनर परेशान रहा। प्रदेशभर में कई स्थानों पर मारपीट, हंगामा हुए। जाम भी लगाया गया। कुछ स्थानों पर बैंकों में तोडफ़ोड़ हुई। मंगलवार को फिर अवकाश होने की वजह से हालात जस के तस रहने की आशंका। बुधवार को बैंकों में उमड़ेगी भीड़।
बुंदेलखंड व मध्य यूपी के सभी जिलों की बैंकिंग व्यवस्था शिथिल हो चुकी है। कानपुर, कानपुर देहात, उन्नाव, कन्नौज, फर्रुखाबाद, हरदोई, औरैया, इटावा, फतेहपुर, बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर, उरई तथा महोबा में अधिकतर एटीएम शोपीस बने हुए हैं। इन जिलों के ग्रामीण क्षेत्र वाले बैंकों में धन न होने के कारण ग्रामीण खासे परेशान हो चुके हैं।
लखनऊ में सिर्फ एसबीआइ, इंडियन बैंक के एटीएम चालू रहे। लंबी कतारें लगी रहीं। लखीमपुर, बाराबंकी, सीतापुर और फैजाबाद में कैश की किल्लत बरकरार है। बहराइच में भी बैंकों के हालात सामान्य नहीं हो पाए। श्रावस्ती खरगौरा मोड़ स्थित इलाहाबाद बैंक शाखा हरिहरपुररानी में ग्राहकों ने भिनगा-बहराइच फोरलेन मार्ग जाम कर प्रदर्शन किया। सुलतानपुर में लम्भुआ पर स्टेट बैंक का मुख्य गेट बंद रखने को लेकर कहासुनी हुई। दोनों पक्षो ने कोतवाली में तहरीर दी है। गोंडा में कैश की किल्लत सभी बैंकों में रही। अमेठी और रायबरेली में भीड़ उमड़ी।
इलाहाबाद में तमाम दावों के बावजूद बैंकों में नकदी संकट सोमवार को भी बरकरार रहा। शहर में ही 80 फीसद से ज्यादा एटीएम बंद हैं। प्रतापगढ़ में भुगतान नहीं किया गया। कटरामेदनी गंज जाम लगाया गया। जगेशरगंज, हीरागंज व राजापुर स्थित बैंकों में भी हंगामा किया। कौशांबी में कई बैंकों में नकदी न होने की वजह से लोगों को मायूसी हाथ लगी।
गोरखपुर-बस्ती मंडल के कई बैंकों और एटीएम में पैसा न रहने के कारण हंगामा हुआ। कुशीनगर के जोकवा बाजार में 10 बजे बैंक न खुलने पर लोगों ने नारेबाजी करते हुए सड़क जाम कर दी। बस्ती सल्टौआ दो घंटे तक जाम लगाए रखा।
आगरा में कुबेरपुर स्थित एसबीआइ में अंदर जाने को लेकर पुलिकर्मियों से विवाद में एक फौजी घायल हो गया। लेनदेन रोकना पड़ा। फीरोजाबाद में दबरई स्थित एटीएम से कैश निकालने को लेकर विवाद हुआ। पुलिसकर्मियों ने उनकी जमकर पिटाई की। मथुरा के राधाकुंड में ङ्क्षसडिकेट बैंक में धक्का-मुक्की में बैंक गेट का शीशा टूट गया।
अलीगढ़ में सरकारी कर्मचारियों व पेंशनरों के लिए बैंकों में अलग से काउंटरों की व्यवस्था की गई। कई बैंकों में निकासी नहीं हो सकी। चंद एटीएम को छोड़ बाकी खाली पड़े हैं। मुरादाबाद में हंगामा हुआ। पुलिस को लाठी फटकारनी पड़ी। सम्भल में अधिकतर प्रथमा बैंक की शाखाओं में नकद निकासी न होने पर सिरसी, पंवासा और गुन्नौर मार्गों पर जाम लगा। चन्दौसी में लोगों ने मार्ग जाम कर दिया। अमरोहा में भी लोगों ने हंगामा किया।
मेरठ में तमाम बैंकों के एटीएम भी दगा दे गए। खाताधारकों में आक्रोश रहा। बिजनौर में लोगों ने मुरादाबाद मार्ग पर जाम लगा दिया। मुजफ्फरनगर में वेतन व पेंशन लेने आए लोग भी निराश लौटे। सहारनपुर के चिलकाना में ग्राहकों ने बैंक में तोडफ़ोड़ की। बरेली में बैंकों ने हाथ रोककर कैश बांटा। एटीएम में पैसे को लेकर किल्लत रही।

बनारस में कूड़े के ढेर में मिले कटे-फटे नोट
500 व 1000 के बंद किए जा चुके पुराने नोटों को जहां-तहां फेंके जाने का सिलसिला बंद नहीं हुआ है। नोटबंदी के शुरुआती दौर में ही जहां मीरजापुर में गंगा में बंद हो चुके नोट बहते पाए गए थे वहीं सोमवार को बनारस में नदेसर में आइसीआइसीआइ व ओबीसी बैंक के बाहर कूड़े के ढेर में सुबह 500 व 1000 के नोटों के टुकड़े पाए गए। पुलिस ने नोटों को कब्जे में लिया। मौके से आइसीआइसीआइ बैंक का एक एटीएम कार्ड भी मिला, बैंकों से जुड़े कुछ अन्य रद्दी कागजात भी मिले। पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया नोट नकली प्रतीत हो रहे हैं।

स्वाइप मशीन के लिए दो हजार आवेदन
प्रमुख मंडियों में अधिकांश थोक दुकानदार फिलहाल चेक के माध्यम से पेमेंट ले रहे हैं। आठ नवंबर से अब तक स्वाइप मशीन के लिए दो हजार आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। अभी तक महज चार सौ लोगों को ही मशीन मिली है।

prime article banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.