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कुपवाड़ा में आर्मी कैंप पर हमले में कानपुर के कैप्टन आयुष यादव शहीद

कानपुर के चकेरी थाना क्षेत्र के 165 ई डिफेंस कालोनी, जाजमऊ निवासी अरुणकांत सिंह यादव के पुत्र 26 वर्ष के आयुष कुपवाड़ा सेक्टर में सेना के शिविर पर आतंकी हमले में शहीद हो गए।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Thu, 27 Apr 2017 03:15 PM (IST)Updated: Thu, 27 Apr 2017 04:51 PM (IST)
कुपवाड़ा में आर्मी कैंप पर हमले में कानपुर के कैप्टन आयुष यादव शहीद
कुपवाड़ा में आर्मी कैंप पर हमले में कानपुर के कैप्टन आयुष यादव शहीद

लखनऊ (जेएनएन)। जम्मू-कश्मीर में आज कुपवाड़ा सेक्टर में आतंकी हमले में कानपुर के 26 वर्षीय कैप्टन आयुष यादव शहीद हो गए हैं। आर्मी कैंप पर आज आतंकी हमले में कैप्टन के साथ सेना के 3 जवान शहीद हो गए हैं। इसके बाद सेना ने मुठभेड़ में दो आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया है। आयुष के शहीद होने की खबर आने के बाद से उनके घर के लोग बेहद दुखी हैं। इकलौता पुत्र खो देने वाले पिता ने तो केंद्र सरकार पर सवाल ही उठा दिया है। 

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कानपुर के चकेरी थाना क्षेत्र के 165 ई डिफेंस कालोनी, जाजमऊ निवासी अरुणकांत सिंह यादव के पुत्र 26 वर्ष के आयुष के साथ सेना के तीन जवान आज सुबह जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा सेक्टर में सेना के शिविर पर आतंकी हमले में शहीद हो गए।

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कैप्टन आयुष के साथ जूनियर कमांडिंग ऑफिसर (जेसीओ) और एक जवान भी शहीद हुए हैं। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा सेक्टर में आज तड़के आतंकी हमला हुआ। माना जा रहा है कि यह हमला फिदायीन ने किया है। आर्मी बेस कैंप में हुए इस हमले में पांच जवान घायल हुए हैं। घायल जवानों को श्रीनगर ले जाया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि उनकी प्रार्थनाएं तीन शहीद सैनिकों के परिवारों के साथ हैं।

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आतंकी हमले में कैप्टन आयुष यादव के शहीद होने की खबर लेकर सेना के अधिकारी उनके घर पहुंचे। जिसके बाद शहीद कैप्टन के चकेरी के घर में मातम का माहौल छा गया। उनके परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है। सेना के कर्नल दुष्यंत सिंह शहीद आयुष यादव के घर पर सूचना लेकर पहुंचे थे।

शहीद आयुष के पिता यूपी पुलिस में इंस्पेक्टर हैं और इस समय उनकी तैनाती चित्रकूट में हैं। कैप्टन आयुष यादव अपने माता-पिता के इकलौते लड़के थे, इसके अलावा उनकी एक बहन भी हैं।

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सरकार से पूछा, कब तक ऐसे मरवाते रहोगे

शहीद कैप्टन आयुष यादव के पिता ने बताया कि कल शाम को ही उन्होंने अपने बेटे से बात की थी। कैप्टन आयुष यादव ने उन्हें कश्मीर घूमने के लिए बुलाया था। शहीद सैनिक के पिता ने रोते हुए केंद्र सरकार से सवाल पूछा। उन्होंने कहा कि, आखिरी कब तक ऐसे ही सैनिकों को मरवाते रहोगे, मैंने तो अपना बेटा खो दिया है।


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