देश, सीमा सुरक्षा और भाषा के लिए सपा भाजपा के साथ : मुलायम
समाजवादी पार्टी के मुखिया भारतीय जनता पार्टी के अच्छे काम को खराब नहीं कह सकते। डॉ. राम मनेाहर लोहिया के परिनिर्वाण दिवस पर मुलायम सिंह यादव ने आज लखनऊ में देश की राजनीति में उनके योगदान को जमकर सराहा।
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने कहा है कि 'देश भक्ति, सीमा की सुरक्षा और भाषा] के मुद्दे पर भाजपा के साथ हैं। कहा, बिहार में वह सत्ता परिवर्तन चाहते थे, भाजपा ने बढ़त बना ली थी मगर रिजर्वेशन (आरक्षण) के सवाल ने खेल बिगाड़ दिया।
डा.लोहिया 49 वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने के लिए लोहिया पार्क में जुटे समर्थकों को मुलायम ने कई संस्मरण सुनाए और उसी को संदर्भ बनाते हुए कहा कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय व डॉ.लोहिया गैर कांग्रेसवादियों की एकता के सूत्रधार थे। लोहिया 'राजनीतिक छुआछूत' को खत्म करने के पक्षधर रहे हैं, इसीलिए वह भाजपा के अच्छे कामों की तारीफ व गलत कार्यो की आलोचना करने में हिचकते नहीं हैं। राजनीति में दिल बड़ा करने की भी उन्होंने पुरजोर वकालत की।
आरक्षण के सवाल से बिगड़ी बात
मुलायम ने आरएसएस मुखिया मोहन भागवत का नाम लिए बगैर कहा कि आरक्षण के सवाल ने बिहार में भाजपा की बढ़त रोक दी। इस बयान से नीतीश व लालू यादव को मुद्दा मिल गया। कई विरोधी भी महागठबंधन के साथ हो लिए। उप्र सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि कुछ लोग आलोचना करते हैं, मगर यहां जितना काम हुआ, उतना किसी राज्य में नहीं हुआ। घोषणा पत्र के वादे तीन साल में पूरे हो गए। दवा की कमी से किसी की मौत नहीं होने दी जाएगी। समाजवादी सरकार चुनौती नहीं देती है, क्योंकि इससे घमंड आता है।
भाजपा के मंत्री ने तारीफ की
मुलायम ने कहा कि दिल्ली में भाजपा एक बड़े मंत्री ने भी माना कि आगरा एक्सप्रेस-वे बनाकर अच्छा काम किया। कुछ लोग चाहे जिस दल में रहें सही बात करते हैं। विचारधारा कोई हो व्यक्तिगत संबंधों का सम्मान होना चाहिए। बिसाहड़ा कांड पर गृह मंत्री राजनाथ के बयान को सराहते हुए कहा कि उनके बयान से एक दिन पहले मैने कहा था कि तरक्की के लिए सांप्रदायिकता खत्म करनी होगी। राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री ने यही बात कही।
अल्पसंख्यकों की हिफाजत करें
वाराणसी और दादरी केबिसाहड़ा कांड का जिक्र करते हुए मुलायम ने कहा कि जहां मुसलमान अल्पसंख्यक है, वहां हिंदुओं को उनकी हिफाजत करनी चाहिए और जहां मुसलमान बहुसंख्यक हैं, वहां हिंदुओं की रक्षा की जिम्मेदारी उनकी है। बिसाहड़ा में मुसलमान के यहां शादी में हिंदुओं ने हिस्सा लिया। हमने भी फोन पर सब से कहा कि तनाव नहीं होने देना। जब रिश्ता होगा, तभी एकता आएगी और देश बढ़ेगा। इससे पहले मुलायम सिंह यादव, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, मंत्री अरविंद सिंह गोप, अहमद हसन ने लोहिया ट्रस्ट में जाकर डा.राम मनोहर लोहिया को श्रद्धांजलि अर्पित की।
राज्यपाल ने कहा, ये मेरी सरकार
डा.राम मनोहर लोहिया को श्रद्धासुमन अर्पित करने लोहिया पार्क पहुंचे राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि संवैधानिक तौर पर यह मेरी सरकार है। भाग्यशाली हूं कि यहां की जनता की सेवा का मौका मिला। नाईक ने डा.लोहिया के साथ गुजारे समय को याद किया और कहा कि शुरू में वह माक्र्सवादी थे। बाद में विपक्षी एकता के अग्र्रदूत बने। हम सामाजिक छुआछूत दूर करने बात करते हैं, अमल कितना करते हैं, कह नहीं सकता। लेकिन लोहिया ने इस पर अमल किया। लोहिया के इंग्लैंड के स्थान पर जर्मनी में पढ़ाई का भी उल्लेख किया।