भाई के वेश में दरिंदा, डेढ साल से कर रहा था दुष्कर्म
मनुष्य में चरित्रहीनता का इससे घिनौना रूप और कुछ नहीं हो सकता। रिश्तों के तार-तार करने की घटनाएं अक्सर सामने आती हैं मगर बरेली की एक घटना से तो खून और दूध का फर्क ही मिटा दिया।
लखनऊ। मनुष्य में चरित्रहीनता का इससे घिनौना रूप और कुछ नहीं हो सकता। रिश्तों के तार-तार करने की घटनाएं अक्सर सामने आती हैं मगर बरेली की एक घटना से तो खून और दूध का फर्क ही मिटा दिया।
बरेली के घर में ही शैतान छिपा बैठा था, वो भी सगे भाई की शक्ल में। न केवल छोटी बहन पर बुरी नजर रखी, उसकी अस्मत ही तार-तार कर दी। उस पर हैवानियत का भूत सवार था उस पर। इस कदर कि बहन के चेहरे की बेबसी पर भी नहीं पिघला। तभी तो एक बार नहीं, बार-बार..डेढ़ साल तक उससे दुष्कर्म करता रहा। भूमिका परिवार की भी कम हैरान करने वाली नहीं थी। महज बदनामी के भय से वे भी बिटिया की अस्मत लुटवाने के गुनहगार बन बैठे।
बरेली के किला थाना क्षेत्र में एक झोलाछाप डॉक्टर की तीन बेटियां और दो बेटे हैं। बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है, बड़ा बेटा जयपुर में नौकरी करता है। परिवार में छोटा बेटा और बेटियां रहते हैं। आरोप है, डेढ़ वर्ष पहले घर में सोते वक्त छोटी बेटी पर भाई की गंदी नजर पड़ गई। इसके बाद तो वह दरिंदा बन गया और बहन के साथ दरिंदगी कर डाली। बहन गिड़गिड़ाई। रिश्ते का वास्ता दिया, खून और मां के दूध की दुहाई दी, मगर वो हैवान टस से मस नहीं हुआ। हारकर पीडि़त ने मां से भाई की करतूत बयां की तो मां ने घर की इज्जत का वास्ता देकर मुंह बंद करा दिया। बस, यहीं से दरिंदे भाई की हिम्मत बढ़ गई।
मौलवी से बयां की मजबूरी
छात्रा की घर में कोई सुनने को तैयार नहीं था। उसने मुहर्रम के दौरान एक पर्ची में घटना लिखकर मौलवी को दी। तब मुहल्ले वाले भाई की गंदी हरकत सुन दंग रह गए।
शिक्षक को सुनाई पीड़ा
कुछ दिन पहले छात्र फिर से अपने स्कूल गई तो शिक्षकों को घटना के बारे में बताया। इसके बाद शिक्षकों ने सबसे पहले छात्रा के परिवार के लोगों के साथ उसकी मौसी को बुलाया। मामला तूल पकड़ा और घटना की जानकारी समाजसेवी सुमन उपाध्याय को पता चली। वह छात्रा को लेकर थाने पहुंची। छात्रा की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी भाई के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कर मेडिकल के लिए भेज दिया है। आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है।
भाई रहेगा तो नहीं जाऊंगी घर
छात्रा अब भाई की शक्ल भी नहीं देखना चाहती है। उसने सब के सामने कहा कि अगर भाई रहेगा तो वह घर नहीं जाएगी। खाला के घर जाएगी। इस पर इंस्पेक्टर ने परिवार के लोगों को बुलाया और हिदायत दी कि छात्रा की मर्जी जहां होगी वहीं रहेगी।