सपा सरकार के खिलाफ आज से धरना-प्रदर्शन शुरू करेगी भाजपा
प्रदेश सरकार के खिलाफ चुनिंदा चार जिलों में भाजपा का एक सप्ताह का आंदोलन खुद उसकी सांगठनिक क्षमता का भी इम्तिहान होगा।
लखनऊ। प्रदेश सरकार के खिलाफ चुनिंदा चार जिलों में भाजपा का एक सप्ताह का आंदोलन खुद उसकी सांगठनिक क्षमता का भी इम्तिहान होगा।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा.लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने एक सप्ताह तक अनवरत धरने का निर्णय किया और चारों जिलों में हुई तैयारी बैठकों में वह खुद भी शामिल हुए। इसके साथ उस क्षेत्र विशेष के पार्टी सांसदों व विधायकों की भी सक्रियता की परीक्षा भी इस दौरान होगी।
विगत दिनों हुई कुछ ङ्क्षहसात्मक घटनाओं को लेकर भाजपा ने चार जिलों में एक सप्ताह तक धरना देने का निर्णय भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व प्रदेश प्रभारी ओम प्रकाश माथुर के निर्देश पर हुआ था।
अलीगढ़ में एक सांप्रदायिक झड़प में एक ङ्क्षहदू युवक की मृत्यु हो जाने के बाद भाजपा ने उसके परिवारीजन को भी दादरी में मारे गए अखलाक के परिवारीजन के समतुल्य मुआवजा देने की मांग की है। वाराणसी में भाजपा सभासद की हत्या के मामले को लेकर पार्टी प्रदेश सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है।
कन्नौज में मूर्ति विसर्जन के दौरान एक संप्रदाय विशेष के लोगों के ङ्क्षहसक रवैये को पार्टी ने मुद्दा बनाया है जबकि आजमगढ़ में एक अधिवक्ता की हत्या के विरोध में हुए उपद्रव में कथित तौर पर बेगुनाह भाजपा समर्थकों को आरोपी बनाए जाने का पार्टी विरोध कर रही है।
उल्लेखनीय है कि आजमगढ़ व कन्नौज क्रमश: सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव व उनकी पुत्रवधू डिंपल यादव का संसदीय क्षेत्र है जबकि वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लोक सभा क्षेत्र है। ऐसे में इन क्षेत्रों में भाजपा के धरने की सफलता अथवा विफलता पर राजनीतिक प्रेक्षकों की निगाहें होंगी।
अलीगढ़ को सांप्रदायिक दृष्टि से खासा संवेदनशील माना जाता है और इस लिहाज से यहां की घटना को दादरी से जोड़कर भाजपा खासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मुआवजा देने के मामले में सरकार पर सांप्रदायिक आधार पर भेदभाव करने के आरोप को हवा देना चाहती है।
वाजपेयी आज आजमगढ़ में
प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष डा.लक्ष्मीकांत वाजपेयी बुधवार को आजमगढ़ में गुरुवार को वाराणसी के धरने में शामिल होंगे। धरने में रोज समीपवर्ती जिलों के कार्यक्रर्ता क्रमिक रूप से शामिल होंगे।