मुख्यमंत्री बेटे से बोले मुलायम,आपके कई मंत्री इस बार हार जाएंगे
समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने एक बार फिर अपने बेटे व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को खरी-खरी सुनाई। बोले, 'आपके कई मंत्री इस बार हार जाएंगे। वे जनता से कट गए हैं, फरियाद नहीं सुनते।' यह भी साफ किया कि अबकी ठेकेदारों, दागियों को विधानसभा चुनाव का टिकट
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने एक बार फिर अपने बेटे व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को खरी-खरी सुनाई। बोले, 'आपके कई मंत्री इस बार हार जाएंगे। वे जनता से कट गए हैं, फरियाद नहीं सुनते।' यह भी साफ किया कि अबकी ठेकेदारों, दागियों को विधानसभा चुनाव का टिकट नहीं दिया जाएगा। सपा प्रमुख बुधवार को राजधानी के जनेश्वर मिश्र पार्क में स्व.जनेश्वर मिश्र की जयंती और समाजवादी विकास साइकिल यात्रा समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
सपा प्रमुख ने मंत्रियों, संगठन की कमजोरियों और पंचायत चुनाव की तैयारियों की शिथिलता पर ओहदेदारों को आड़े हाथों लिया। अखिलेश की ओर मुखातिब होते हुए कहा कि मेरे पास रिपोर्ट है कि आपके 56 मंत्रियों में से कई चुनाव हारेंगे। उन्हें अफसरों का सलाम लेने व उनकी सलाह पर चलने की आदत पड़ गयी है। कार्यकर्ताओं का आह्वïन किया कि मंत्रियों के गलत फैसलों का उनके सामने हीविरोध करें। अगर मंत्री नाराज हो तो उन्हें (मुलायम)चिट्ठी लिखें। मुलायम ने कार्यकर्ताओं का हाथ उठवाकर मंत्रियों के कामकाज पर राय मांगी और कहा कि ज्यादातर असंतुष्ट हैं जो ठीक नहीं है।
दागियों को टिकट नहीं
मुलायम ने दो टूक कहा कि विधानसभा चुनाव के लिए टिकटार्थियों की भीड़ बढ़ रही है, मगर ठेकेदारों और दागियों को किसी कीमत पर टिकट नहीं देंगे। जिन जिलाध्यक्षों की छवि अच्छी है, टिकट बंटवारे में उनकी राय ली जाएगी। अगर वे चुनाव लडऩा चाहेंगे तो टिकट भी दिया जाएगा। सपा प्रमुख ने कहा कि लोकसभा चुनाव में हार के कारणों पर रिपोर्ट मांगी, जो अब उन्हें नहीं दी गयी। शायद रिपोर्ट देने वालों में से कुछ लोग भी जिम्मेदार हैं। कहा, 'अभी वक्त है संभल जाइए। जिनकी छवि खराब है वह उसे ठीक कर लें। जल्द ही बैठक बुलाने का संकेत भी यह कह कर दिया कि वह जिलाध्यक्षों, फिर विधायकों व आखिर में मंत्रियों के साथ बातचीत करेंगे। सब कुछ सामने आ जाएगा कि कौन क्या कर रहा है।
पंचायत चुनाव की नहीं दिख रही तैयारियां
सपा प्रमुख ने कहा कि विधानसभा से पहले पंचायत चुनाव है जो विधानसभा की तैयारियों का पूर्वाभ्यास होगा। कोई भी मंत्री पंचायत चुनाव की तैयारी करता नहीं दिखा है। पंचायतों में पकड़ के चलते ही माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने तीन दशक तक पश्चिम बंगाल की सत्ता संभाली। पंचायतों में कमजोर हुई तो सत्ता भी चली गयी।
खाई पाटना चाहते थे जनेश्वर
मुलायम ने जयंती समारोह में जनेश्वर मिश्र को याद किया। कहा कि वह हमेशा गरीबी व अमीरी के बीच की खाई कम करने के पक्षधर थे। कहते थे कि गरीब थोड़ा ऊपर उठें और अमीर थोड़ा नीचे आएं, तभी समान विकास होगा। यह समाजवादी नीतियों से ही संभव है। इसके लिए सपा को दिल्ली में बहुमत चाहिए।
अखिलेश को बात करता देख भड़के
सपा प्रमुख ने अपने भाषण के दौरान मुख्यमंत्री अखिलेश को दो बार टोका। उस वक्त मुख्यमंत्री का सुरक्षा अधिकारी उनसे कुछ कह रहा था, जिसे देखकर मुलायम भड़क गए। नाराजगी के अंदाज में कहा, मैं कुछ कह रहा हूं और आप बात में मशगूल हैं। फिर सवाल किया कि बताइए, मैंने क्या कहा।
हफ्ते में पांच दिन बच्चों के लिए दूध
मुख्यमंत्री अखिलेश ने कहा कि आज वैश्वीकरण के इस दौर में समाजवादी विचारधारा अधिक उपयोगी है। समाजवाद के सरोकार आम लोगों की मूलभूत जरूरतें पूरी करने, भेदभाव मिटाने, गरीबों व किसानों की खुशहाली से जुड़े हैं। सपा सरकार की अब कोशिश है कि स्कूलों में बच्चों को सप्ताह में पांच दिन दूध मिल सके। तीन हजार करोड़ रुपए का दूध खरीदा जाएगा को इसका सीधा लाभ किसानों को होगा। उन्होंने लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे के किनारे मंडियों के विस्तार, समाजवादी पेंशन, नए मेडिकल कालेजों केसाथ ही मुफ्त दवा मुहैया कराने आदि कई योजनाएं गिनाई। इस दौरान मुख्यमंत्री समाजवादी विकास साइकिल यात्रा को झंडी दिखाकर रवाना किया। साइकिल पर स्टंट करने वाले एक लड़के व लड़की को एक-एक लाख का पुरस्कार दिया।
आंसू पोछना ही समाजवाद : शिवपाल
लोक निर्माण मंत्री शिवपाल यादव ने कहा कि गरीबों के आंसू पोछना ही असली समाजवाद है। उन्होंने कहा कि समाज को जोडऩे और उसके विकास को वैचारिक दिशा देने वाले लोग कभी मरते नहीं है। जनेश्वर मिश्र के विचार हमेशा जिंदा रहते हैं, इसके लिए उन्हें स्वर्गीय न लिखा जाए।
भाजपा भी कर रही विपक्ष का उत्पीडऩ
समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने केंद्र सरकार पर कांग्रेस की तर्ज पर विपक्ष को उत्पीडि़त करने का इल्जाम लगाया है। कहा कि, इससे भाजपा सरकार की उम्र कम होना शुरू हो गयी है। मुलायम सिंह ने कहा कि कांग्रेस विपक्षी दल व उसके नेताओं को उत्पीडि़त करती रहती थी। लालू यादव, जयललिता और खुद उन्हें भी कांग्रेस ने फंसाया था। भाजपा सरकार कांग्र्रेस की उसी राह पर चल रही है। वह बोले, एक दौर में नेहरू के खिलाफ कोई बोलने का साहस नहीं करता था। तब डा. लोहिया ने 'तीन आना बनाम 13 आनाÓ का मुद्दा उठाकर गैर बराबरीवाद खत्म करने की आवाज बुलंद की थी।