मुलायम का अखिलेश पर बड़ा सियासी हमला, मुस्लिम विरोधी कहा
साइकिल पर विजय के बाद अखिलेश समर्थकों में उल्लास और मुलायम खेमे में मायूसी है। ऐसे में मुलायम ने अपने बेटे बड़ा सियासी हमला किया है।
लखनऊ (जेएनएन)। सपा कुनबे की लड़ाई में साइकिल पर विजय के बाद अखिलेश समर्थकों में उल्लास और मुलायम सिंह खेमें में मायूसी है। ऐसे में चुनावी बेला के बीच मुलायम सिंह यादव ने अपने बेटे और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर बड़ा सियासी हमला किया है। उन्होंने सपा कार्यकर्ताओं से कहा कि अखिलेश की छवि मुस्लिम विरोधी है वह मेरी नहीं सुनता और रामगोपाल के इशारे पर काम करता है। मुलायम सिंह आज सपा के प्रदेश कार्यालय जाते-जाते शिवपाल यादव के आवास पहुंच गए। कुछ देर वहां ठहरने के बाद वह दोबारा पार्टी कार्यालय पहुंचे। यहां कार्यकर्ताओं के बीच मुख्यमंत्री पर उन्होंने हमला बोला कि उनकी छवि मुस्लिम विरोधी बन रही है। मुलायम के अनुसार नदवा, देवबंद के कई मौलानाओं ने उनसे यह बात कही। उनके मुताबिक जिस आइपीएस अधिकारी सैयद जावीद अहमद ने सीबीआइ में उनके खिलाफ लिखा, उन्होंने उसे माफ कर डीजीपी बनवाया जबकि अखिलेश यादव इसका विरोध कर रहे थे। बोले, मुस्लिम मेरी सरकार बनवाते हैं। मैंने बाबरी मस्जिद गिरने से बचाई। ये लोग फिर मेरी सरकार बनवाएंगे।
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मुलायम ने कार्यकर्ताओं से कहा कि अखिलेश अब उनकी नहीं सुनते। सुबह भी फोन कर मिलने के लिए बुलाया मगर वह नहीं आए। वह रामगोपाल से पूछकर हर काम कर रहा है। इस दौरान कई कार्यकर्ता रोते हुए बोले कि नेताजी आप बड़े हैं, पार्टी और सिंबल को बचा लीजिए। जिस पर खुद भावुक हुए मुलायम ने कहा कि अब नाटक मत करो, चुनाव आयोग का फैसला आने वाला है। तभी पता चलेगा कि क्या होगा। आप मेरी मदद कीजिए। जो चिह्न मिले, मेरा साथ देना है। मुलायम ने कहा कि किसी पिता ने राजनीति में अपने बेटे को इतना बड़ा पद नहीं दिया। सबके विरोध के बाद भी मैंने अखिलेश को मुख्यमंत्री बनाया। बदले में उन्होंने बड़े-बड़े नेताओं को पार्टी से निकाल दिया। बलराम यादव, ओम प्रकाश सिंह, नारद राय के साथ महिला मंत्री शादाब फातिमा को बर्खास्त कर दिया। अखिलेश मेरा बेटा है मगर नहीं पता था कि वह विरोधियों से मिल जाएगा।
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रामगोपाल की सीख पर चल रहे
मुलायम सिंह ने कहा कि मैंने तीन बार अखिलेश को बुलाया पर वे दो मिनट के लिए आए और मेरी बात शुरू होने से पहले चले गए। रामगोपाल के कहने पर अखिलेश ऐसा व्यवहार कर रहे हैं। मुलायम ने कार्यकर्ताओं से कहा कि उन्होंने समाजवादी पार्टी बनाई है। संघर्ष किया, अल्पसंख्यकों के लिए काम किया है। उनकी लड़ाई जारी रहेगी और वे फिर बहुमत की सरकार बनाएंगे। वे ही पार्टी के अध्यक्ष हैं।