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लखनऊ से दूर हैं बड़े कांग्रेसी नेता!

लखनऊ(राज बहादुर सिंह)। कांग्रेस के शीर्ष नेता भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह के खिला

By Edited By: Published: Fri, 25 Apr 2014 11:13 AM (IST)Updated: Fri, 25 Apr 2014 11:13 AM (IST)
लखनऊ से दूर हैं बड़े कांग्रेसी नेता!

लखनऊ(राज बहादुर सिंह)। कांग्रेस के शीर्ष नेता भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह के खिलाफ लखनऊ में चुनावी सभा करने से कन्नी काट रहे हैं अथवा कांग्रेस नेताओं की लखनऊ से फिलवक्त बनी इस दूरी का कोई सबब डा. रीता बहुगुणा जोशी की प्रत्याशिता से है। सियासी हल्कों में यह सवाल शिद्दत से पूछा जा रहा है।

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लखनऊ में चुनाव प्रचार सोमवार शाम छह बजे समाप्त होना है और अब तक किसी बड़े कांग्रेसी नेता की सभा यहां नहीं हुई है। ऐसा भी नहीं है कि इस बीच वरिष्ठ नेताओं ने लखनऊ का रुख नहीं किया। कल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में सभा की और फिर सीतापुर व बाराबंकी में चुनावी सभाएं करने चले गए। मंगलवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने भी प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में सभा की और इसके बाद कानुपर चले गए। फिर वहां से लौटकर रात्रि विश्राम लखनऊ में करने के बाद गुरुवार को हैदराबाद चले गए। मंगलवार को केंद्रीय वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने भी प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकार वार्ता की और फिर चले गए।

दो सप्ताह पहले सूत्रों ने कहा था कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी की सभा पुराने लखनऊ में 20 अथवा 21 अप्रैल को होगी लेकिन हुई नहीं। अलबत्ता कांग्रेस सांसद और प्रवक्ता राज बब्बर नुक्कड़ सभा में रस्म अदायगी करके चले गए। कल राहुल गांधी ने रोड शो करके डा. रीता बहुगुणा जोशी का सहारा अवश्य दिया लेकिन चुनावी सभा फिर भी नहीं हुई।

कांग्रेसी भी नहीं समझ पा रहे हैं कि आखिर कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व अपने उस प्रत्याशी को ताकत देने में क्यों हिचक रहा है जिसका मुकाबला भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से है। वैसे एक रोचक तथ्य यह भी है कि भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह सहित भाजपा के अग्रिम पंक्ति के नेता भी अभी तक सोनिया गांधी की रायबरेली और राहुल गांधी की अमेठी से दूरी ही बनाए हुए हैं। क्या यह कोई अघोषित अंडरस्टैंडिंग है। वैसे लखनऊ व रायबरेली में प्रचार 28 अप्रैल और अमेठी में पांच मई को समाप्त होना है और ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि तब तक समीकरण मौजूदा शक्ल में ही बने रहते हैं या फिर इनमें तब्दीली होती है।


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