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अयोध्या में बजरंग दल पर मुकदमा, फैजाबाद जिला संयोजक गिरफ्तार

अयोध्या में बजरंग दल के अभ्यास वर्ग में शामिल लोगों पर धार्मिक भावना आहत करने का मुकदमा दर्ज कराया गया है। यह मुकदमा बजरंग दल कार्यकर्ताओं के खिलाफ धारा 153 के तहत अयोध्या कोतवाली में दर्ज कराया गया है।

By Ashish MishraEdited By: Published: Wed, 25 May 2016 12:44 PM (IST)Updated: Wed, 25 May 2016 09:02 PM (IST)
अयोध्या में बजरंग दल पर मुकदमा, फैजाबाद जिला संयोजक गिरफ्तार

लखनऊ। फैजाबाद के कारसेवकपुरम में 14 मई को बजरंग दल के शौर्य प्रदर्शन में आतंकवादी के रूप में संप्रदाय विशेष के लोगों को इंगित करने के मामले में आज शाम पुलिस ने श्रृंगारहाट से बजरंगदल के जिला संयोजक महेश मिश्र को गिरफ्तार कर लिया। वह मूलत: फैजाबाद कोतवाली के नाका क्षेत्र के रहने वाले हैं। गिरफ्तारी के विरोध में बड़ी संख्या में हिंदू संगठनों से जुड़े लोग कोतवाली के इर्द-गिर्द एकत्रित हो गए। अयोध्या कोतवाली में आज शाम सांप्रदायिक माहौल बिगाडऩे का मुकदमा दर्ज किया गया था।

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उप निरीक्षक श्रीनिवास पांडेय की ओर से दर्ज कराए गए मुकदमे में बजरंग दल के अज्ञात पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को नामजद किया गया है। आरोप है कि आतंकवाद के खिलाफ मुकाबिल होने की प्रस्तुति में आतंकवादियों को टोपी पहने हुए दिखाया गया। कोतवाल राजेश कुमार ङ्क्षसह ने बताया कि बजरंग दल के उन अन्य पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं की पहचान की जा रही है, जो प्रदर्शन में शामिल थे अथवा उस दौरान मौजूद थे। विहिप के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने पुलिस की कार्रवाई पर कहा कि वोटों के लालच में तुष्टीकरण पर प्रदेश सरकार आमादा है। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों की भूमिका में पुलिस जिन कार्यकर्ताओं को टोपी लगाए बता रही है, वे वस्तुत: रुमाल बांधे हुए थे और प्रदर्शन के दौरान राष्ट्रधर्मियों एवं आतंकवादियों की भूमिका कर रहे कार्यकर्ताओं की पहचान स्पष्ट करने के लिए कुछ फर्क पैदा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि 1984 में गठन के समय से ही बजरंगदल आत्मरक्षा, राष्ट्ररक्षा एवं समाज रक्षा के कार्यक्रम आयोजित करता चला आ रहा है। बजरंग दल उसी अभियान को आगे बढ़ाने का काम कर रहा है, जो काम गुरु गोङ्क्षवद ङ्क्षसह, महाराणा प्रताप एवं शिवाजी जैसे पूर्वजों ने किया था।

मुस्लिमों ने भी मांगी हथियार ट्रेनिंग की इजाजत

इस बीच मुस्लिम धर्मगुरु यासूब अब्बास ने भी राज्यपाल के आत्मरक्षा की ट्रेनिंग के बात का समर्थन करते हुए कहा कि मुस्लिम युवाओं को हथियारों की ट्रेनिंग देने की इजाजत मिलनी चाहिए.अब्बास के मुताबिक देश में दंगे फसाद होने की कीमत सबसे ज्यादा मुस्लिम समुदाय को चुकानी पड़ती है. इसलिए मुसलमानों के लिए ज़रूरी है कि उनको भी शस्त्र चलाना आना चाहिए।

रामनाईक ने बजरंग दल प्रशिक्षण को उचित ठहराया

उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आतंकवाद को लेकर अयोध्या में बजरंग दल के प्रशिक्षण को उचित ठहराया। अलीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत बजरंग दल के प्रशिक्षण शिविर में हथियारों का प्रशिक्षण दिए जाने के सवाल पर राज्यपाल ने कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण से किसी को कोई नुकसान नहीं है। उनके अनुसार स्व-रक्षण के लिए सभी तरह की शिक्षाएं जरूरी हैं। अगर कोई खुद का रक्षण नहीं कर सकता तो वह समाज का रक्षण कैसे करेगा? ये कोई बड़ा मुद्दा नहीं है। वहीं, राज्यपाल ने उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर चिंता जताई और साथ ही यहा भी कहा कि मुख्यमंत्री अच्छा करने की कोशिश कर रहे हैं मगर उन्हें अभी और अच्छा करने की जरूरत है।


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