आगरा व अलीगढ़ में एटीएम पर लुटेरों का कहर
लखनऊ। प्रदेश में कानून-व्यवस्था को लगातार चुनौती दे रहे बदमाश लगातार एटीएम को अपना निशाना बना
लखनऊ। प्रदेश में कानून-व्यवस्था को लगातार चुनौती दे रहे बदमाश लगातार एटीएम को अपना निशाना बना रहे हैं। आगरा में बदमाशों ने पंजाब नेशनल बैंक के एटीएम को तोड़कर 14 लाख 50 हजार रुपये रुपये की धनराशि पर हाथ साथ कर दिया। इसकी खबर मिलने कर पुलिस लकीर पीटने में लगी है। उधर अलीगढ़ में कुछ लोगों ने पीएनबी का एटीएम तोड़कर कैश निकालने का प्रयास किया। यह लोग कोशिश में नाकाम रहे। इनकी सारी हरकतें सीसीटीवी में कैद हो गई हैं।
आगरा में कार सवार शातिर चोरों ने आगरा-ग्वालियर हाईवे पर पंजाब नेशनल बैंक के एटीएम को गैस कटर से काटकर 14 लाख पचास हजार रुपया निकाल लिया। चोर सारी रकम को होंडा सिटी कार में डालकर भाग गये। एसएसपी समेत अन्य अधिकारी सुबह मौके पर पहुंच गए। चोरों की तलाश की, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं मिला है। सदर क्षेत्र में पंजाब नेशनल बैंक की रोहता शाखा के बाहर एटीएम को कल देर रात चोरों ने निशाना बनाया। होंडा सिटी कार से आए चोरों ने एटीएम से सौ मीटर दूर कार खड़ी कर दी। इसके बाद गैस कटर से एटीएम को काट डाला और इसमें रखे 14 लाख पचास हजार रुपये पार कर लिए। होंडा सिटी कार से भागते बदमाशों को शक होने पर गश्त कर रही पुलिस ने रोका। चोरों ने पहले तो गुमराह कर दिया, फिर चकमा देकर भाग निकले। पुलिस ने ग्वालियर हाईवे पर उनका पीछा किया, लेकिन चोर रोहता नहर के रास्ते आगरा-दिल्ली हाईवे की ओर निकल गए। एटीएम काटने की जानकारी होने पर पुलिस के होश उड गए। एसएसपी शलभ माथुर, एसपी सिटी समीर सौरभ समेत अन्य पुलिस अधिकारी फोर्स लेकर पहुंच गए। चोरों की तलाश में पुलिस ने नाकेबंदी कर चेकिंग की, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं मिला। एसएसपी शलभ माथुर ने बताया कि चोरों की तलाश की जा रही है।
शाम छह बजे से बंद थे सीसीटीवी कैमरे
पंजाब नेशनल बैंक की शाखा और एटीएम में सीसीटीवी क्लोज सर्किट टेलीविजन कैमरा लगे हुए थे। पुलिस ने सुबह बैंक अधिकारियों को बुलाकर चेकिंग की तो ये बंद मिले। बैंक के तकनीकी जानकारों ने जाच की तो पाया गया कि कैमरे बुधवार शाम को शाखा बंद होने के बाद छह बजे से ही बंद थे। बंद होने का तकनीकी कारण बताया जा रहा है।
शातिर थे चोर
एटीएम काटने की वारदात को अंजाम देने पहुंचे चोर शातिर थे। वे अपने कोई सुराग भी नहीं छोडकर गए हैं। चोर वारदात के बाद गेट और कटर को पानी से धो गए। इसके कारण फिंगर प्रिंट भी नहीं मिले हैं।