महाकुंभ जैसा ही जगमगाएगा अर्धकुंभ, मांगे 3460 करोड़
किसी भी दशा में श्रद्धालुओं को आठ-नौ किलोमीटर से अधिक पैदल न चलना पड़े। उन्होंने तैयारियों के लिए अक्टूबर 2018 तक की समय सीमा तय की है।
लखनऊ (जेएऩएऩ)। प्रयाग में 2019 में लगने वाले अर्धकुंभ की तैयारियां महाकुंभ की तर्ज पर ही होंगी। शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष इसका प्रस्तुतिकरण किया गया। जिलाधिकारी इलाहाबाद ने इसकी तैयारियों के लिए 3460 करोड़ रुपये मांगे हैं। मुख्यमंत्री ने जरूरत के हिसाब से विचार कर शीघ्र ही पैसा जारी करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इस बात का खास खयाल रखने को कहा है कि आयोजन क्षेत्र के 30 किलोमीटर के दायरे में सभी सुविधाएं उपलब्ध रहनी चाहिए। किसी भी दशा में श्रद्धालुओं को आठ-नौ किलोमीटर से अधिक पैदल न चलना पड़े। उन्होंने तैयारियों के लिए अक्टूबर 2018 तक की समय सीमा तय की है।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को शास्त्री भवन में अद्र्धकुंभ की तैयारियों की समीक्षा की। कहा कि अव्यवस्था के लिहाज से संवेदनशील स्थानों को पहले से चिह्नित कर वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। सिर्फ मेला क्षेत्र में ही नहीं नैनी, अरैल और झूंसी आदि क्षेत्रों में बड़ी संख्या में रहने वाले श्रद्धालुओं को भी कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने इलाहाबाद के मंडलायुक्त को समग्र तैयारियों का और डीआइजी को सुरक्षा का नोडल अधिकारी नामित किया। प्रदेश स्तर पर मुख्य सचिव व्यवस्था की देखभाल करेंगे।
नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना की अध्यक्षता में गठित मंत्री समूह आयोजन की तैयारियों के लिए जिम्मेदार होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिर्फ वही परियोजनाएं शुरू की जाएं जो तय समय में पूरी हो जाय। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि अद्र्धकुंभ से संबंधित जो प्रस्ताव 'नमामि गंगे परियोजना के तहत भेजे गए हैं, उन्हें शीघ्र मंजूर कराएं।
केंद्र के पास जाने वाले प्रस्तावों को शीघ्र भेजें
योगी ने कहा कि अद्र्धकुंभ की तैयारियों के जो प्रस्ताव केंद्र को जाने हैं उन्हें शीघ्र भेजें ताकि समय से पैसा मिल सके। मंडलायुक्त अपने स्तर से केंद्र सरकार के संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर तैयारियों को अंतिम रूप दें। विवादों से बचने के लिए समय रहते अखाड़ों के लिए भूमि सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की व्यवस्था भी कर लें।
-
मेला प्राधिकरण के गठन का सुझाव
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयाग में हर वर्ष माघ मेला और नियमित अंतराल पर अद्र्धकुंभ एवं महाकुंभ का भी आयोजन होता है। इन आयोजनों की व्यवस्था को स्थायी रूप से देखने के लिए आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर मेला प्राधिकरण के गठन पर विचार हो।
नगर विकास मंत्री करेंगे लेड लैंप न लगने की जांच
मुख्यमंत्री ने इलाहाबाद में पूरी तरह से लेड लैंप न लगाने के मामले को गंभीरता लिया। निर्देश दिया कि नगर विकास मंत्री अपने स्तर से इसकी जांच कर जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्यवाही करें।
सीवेज के पानी से होगी बिजली बनाने की पहल
मुख्यमंत्री ने कहा कि नागपुर में सीवेज सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से मिलने वाले पानी को बिजली उत्पादन के उपयोग में लाया जाता है, इसका अध्ययन करने के लिए नगर विकास मंत्री की अगुआई में मई के पहले सप्ताह में एक टीम वहां जाए, यह देखे कि क्या यहां भी यह संभव है। बैठक में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सहित मंत्रीमंडल के अन्य सदस्य, मुख्य सचिव और संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।