कहीं काउंटर कम तो कुछ जगह नहीं चलता प्रिंटर
जागरण संवाददाता, लखनऊ : कहने के लिए शहर का हजरतगंज स्थित जीपीओ सबसे अहम है लेकिन यहां स्पीड पोस्ट
जागरण संवाददाता, लखनऊ :
कहने के लिए शहर का हजरतगंज स्थित जीपीओ सबसे अहम है लेकिन यहां स्पीड पोस्ट और पंजीकृत डाक भेजने के अपने मूल कार्य के लिए डाक विभाग ने काउंटर ही कम कर रखे हैं। कभी एक काउंटर पर यह काम होता है तो कभी शिकायत के बाद यह बढ़कर दो हो जाते हैं। नतीजतन यहां लोगों को एक से डेढ़ घंटे तक इंतजार करना पड़ता है। ऐशबाग डाकघर में तो चार महीने से स्पीड पोस्ट और पंजीकृत डाक भेजने का काम ही ठप पड़ा है।
जीपीओ सहित शहर के कई डाकघरों में आए दिन होने वाली तकनीकी गड़बड़ी के चलते लोग परेशान हो रहे हैं। जीपीओ में बुधवार को उस समय अफरातफरी मच गई थी जब यहां केवल एक काउंटर ही स्पीड पोस्ट और पंजीकृत डाक भेजने के लिए खोला गया। एक ही काउंटर पर लोगों की लंबी लाइन लगी रही। जबकि यहां तैनात कर्मचारी कभी मोबाइल फोन पर व्यस्त रहे तो कभी दूसरे कर्मचारियों के साथ बातचीत में। लोगों के हंगामे के बाद यहां एक और काउंटर खोला गया।
ऐशबाग की न्यू लेबर कालोनी स्थित डाकघर में हालात और भी खराब है। यहां चार महीने से स्पीड पोस्ट और पंजीकृत डाक भेजने का काम भी ठप पड़ा है। यहां स्पीड पोस्ट और पंजीकृत डाक के लिफाफे पर लगने वाली रसीद को पि्रंट करने वाला प्रिंटर ही खराब है। जिसे सुधारने या फिर बदलने के लिए कई बार पत्र लिखा गया है। इसके बावजूद यह नहीं सुधर सका। फिलहाल रोजाना बड़ी संख्या में लोग वापस लौट रहे हैं। उधर राजाजीपुरम की आवास विकास कालोनी स्थित डाकघर में आने वाले उपभोक्ताओं के लिए बिजली के गुल होते ही मुसीबत खड़ी हो जाती है। यहां बिजली जाते ही पंखा चलना बंद हो जाता है। यहां का जनरेटर आठ महीने से खराब पड़ा है। खाताधारक राजकुमार वाजपेयी, बीएल अवस्थी और राधा त्रिपाठी ने बताया कि यहां अक्सर लाइट गायब हो जाती है। बिजली गुल होने से स्पीड पोस्ट और पासबुक में एंट्री तक नहीं हो पाती है।