Move to Jagran APP

सरकारी में मारामारी तो निजी में इंतजार

-पॉलीटेक्निक राजधानी की संस्थाओं में आधी से अधिक सीटें भरीं -चौथे चरण की काउंसिलिंग 25 से जा

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Jul 2017 07:28 PM (IST)Updated: Fri, 21 Jul 2017 07:28 PM (IST)
सरकारी में मारामारी तो निजी में इंतजार
सरकारी में मारामारी तो निजी में इंतजार

-पॉलीटेक्निक

loksabha election banner

राजधानी की संस्थाओं में आधी से अधिक सीटें भरीं

-चौथे चरण की काउंसिलिंग 25 से

जागरण संवाददाता, लखनऊ: सरकारी स्कूलों में प्राथमिक शिक्षा को लेकर अभिभावक भले ही मुंह मोड़ लेते हों, लेकिन जब तकनीकी शिक्षा की बात आती है तो वह सरकारी संस्थाओं में प्रवेश की जुगत में लग जाते हैं। संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद की ओर से चल रही पॉलीटेक्निक काउंसिलिंग में भी कुछ ऐसा नजारा देखने को मिल रहा है। निजी संस्थाओं में जहां टोटा है और उन्हें प्रवेश का इंतजार है तो दूसरी ओर सरकारी व सहायता प्राप्त में प्रवेश की मारामारी मची हुई है। फैजाबाद रोड, सुलतानपुर रोड, बिजनौर, सीतापुर रोड व रायबरेली रोड पर स्थापित निजी पॉलीटेक्निक संस्थाओं में अभी 25 फीसद सीटें भी नहीं भर सकीं हैं। प्रदेश की 150 से अधिक संस्थाओं का तो अभी खाता ही नहीं खुला है।

राजकीय पॉलीटेक्निक में सामान्य 948 सीटों पर प्रवेश होगा, यहां आधी से भी अधिक सीटें भर चुकी हैं। गोविंद बल्लभ पंत राजकीय पॉलीटेक्निक के प्रधानाचार्य केके श्रीवास्तव ने बताया कि आधी से अधिक सीटें भर चुकी हैं। लखनऊ पॉलीटेक्निक के प्रधानाचार्य राजेंद्र सिंह ने बताया कि 480 सीटों के सापेक्ष अभी तक 200 से अधिक सीटें भरी हैं जबकि हीवेट पॉलीटेक्निक के प्रधानाचार्य डॉ.यूसी वाजपेयी के मुताबिक 266 के सापेक्ष अब तक 200 से अधिक सीटें भर गई हैं। सीटें लॉक हो चुकी हैं। संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद के सचिव एफआर खान ने बताया कि जिन अभ्यर्थियों को संस्था का आवंटन हो गया है और वह दोबारा काउंसिलिंग में हिस्सा लेना चाहते हैं तो आवंटित सीट वाले अभ्यर्थी तीन हजार रुपये जमाकर अपनी सीट आरक्षित करा सकते हैं। सर्वर में कुछ देर तक परेशानी रही, लेकिन कुछ देर में सर्वर ठीक हो गया। पांचवें चरण की काउंसिलिंग 25 जुलाई से शुरू होगी।

आधी से भी कम फीस

सरकारी व सहायता प्राप्त संस्थाओं की फीस में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। निजी के मुकाबले सरकारी संस्थाओं की फीस आधी से भी कम है। कैंपस प्लेसमेंट भी बढ़ गया है। सरकारी संस्थाओं की फीस 11,036 रुपये तो सहायता प्राप्त की 17000 है वहीं निजी संस्थाएं इसके एवज में 35,000 लेती हैं।

इंसेट

सरकारी संस्थाएं-126

निजी संस्थाएं-468

सहायता प्राप्त-19

कोर्स-60

सीटें-1,46500


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.