शोध के लिए दिव्यांगों को आर्थिक मदद
राहत - जिन विद्यार्थियों के अभिभावक क्रीमिलेयर श्रेणी में उन सामान्य विद्यार्थियों को भी मदद -
राहत
- जिन विद्यार्थियों के अभिभावक क्रीमिलेयर श्रेणी में उन सामान्य विद्यार्थियों को भी मदद
- डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय द्वारा दस हजार रुपये तक की मदद
जागरण संवाददाता, लखनऊ : डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में शोध को बढ़ावा देने के लिए अनूठी पहल की गई है। यहां पर दिव्यांग विद्यार्थियों और ऐसे सामान्य विद्यार्थी जिनके अभिभावकों की वार्षिक आय छह लाख रुपये या इससे कम है उन्हें शोध के लिए आर्थिक मदद मिलेगी। यानी क्रीमिलेयर श्रेणी के विद्यार्थियों को भी मदद दी जाएगी। इसका मकसद शोध के लिए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करना है।
डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के प्रवक्ता प्रो.एपी तिवारी ने बताया कि ऐसे विद्यार्थी जो विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में शोध कर रहे हैं उन्हें दस हजार रुपये की मदद और अन्य सभी विषयों में शोध करने वाले शोधार्थियों को आठ हजार रुपये तक की आर्थिक मदद दिए जाने का प्रावधान किया गया है। यह वित्तीय सहायता शोध कार्य पूर्ण होने तथा शोध ग्रंथ के पूर्व प्रस्तुतिकरण से पहले शोध पर्यवेक्षक द्वारा की गई संस्तुति के आधार पर दिया जाएगा। इसकी मदद से शोधार्थी अपनी थीसिस प्रकाशित करने व अन्य कार्यो में कर सकते हैं। ऐसे विद्यार्थी जिन्हें कहीं से भी स्कालरशिप नहीं मिल रही है। उन्हें इस माध्यम से शोध करने में विवि अपने स्तर पर सहायता दे रहा है। इसकी मदद से दिव्यांग विद्यार्थी शोध के लिए प्रेरित होंगे।