ट्रांस गोमती, सिस में बंट गया लेसा
जागरण संवाददाता, लखनऊ : राजधानी की बिजली व्यवस्था को बेहतर करने के लिए लेसा को दो भागों में बांट दिय
जागरण संवाददाता, लखनऊ : राजधानी की बिजली व्यवस्था को बेहतर करने के लिए लेसा को दो भागों में बांट दिया गया है। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के निदेशक मंडल की बैठक में लेसा को ट्रांस गोमती और सिस गोमती में बांटने का निर्णय बुधवार देर शाम किया गया। इस नई व्यवस्था से 8.50 लाख बिजली उपभोक्ताओं की मॉनीट¨रग बेहतर तरीके से हो सकेगी। खास बात यह होगी कि ट्रांस गोमती व सिस गोमती में अलग-अलग मुख्य अभियंता होंगे।
वर्तमान में एक मुख्य अभियंता को ट्रांस गोमती व सिस गोमती के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्रों की भी बिजली व्यवस्था देखनी पड़ रही है। इससे मुख्य अभियंता पर काम का दबाव जहां ज्यादा है वहीं बेहतर मॉनीट¨रग में भी दिक्कत आती है। इसके चलते पॉवर कॉरपोरेशन ने लेसा को दो भागों में बांटने का निर्णय किया था। अभियंताओं के मुताबिक इस नई व्यवस्था से बिजली उपभोक्ताओं को फायदा मिलेगा और इसके बेहतर नतीजे आगामी डेढ़ से दो माह में दिखने लगेंगे।
बाक्स
अभी क्या है व्यवस्था
. कुल उपभोक्ता 8.50 लाख
. सर्किल : 10 (एक कंस्ट्रक्शन)
. वितरण खंड : 26
. परीक्षण खंड : 10
. निर्माण खंड : 4
बाक्स
कुछ इस तरह बंटा लेसा
ट्रांस गोमती : सर्किल एक, तीन, सात व आठ के अंतर्गत आने वाल खंड आएंगे। इनमें वितरण खंड हुसैनगंज, राजभवन, अमीनाबाद, ऐशबाग, अपट्रॉन, राजाजीपुरम, रेजीडेंसी, चौक, आलमबाग, ठाकुरगंज, कानपुर रोड और सर्किल चार के सेस एवं व तीन खंड शामिल होंगे।
सिस गोमती : सर्किल दो, तीन, छह, नौ व दस हैं। इनमें गोमती नगर, चिनहट, मुंशी पुलिया, इंदिरा नगर, बख्शी का तालाब, डालीगंज, रहीमनगर के अलावा वृंदावन, सेस दो व चार खंड हैं।
वर्जन
बोर्ड मीटिंग में प्रपोजल आया था। इस मुद्दे पर सहमति बनने के बाद लेसा दो भागों में विभाजित हो गया है। दो से तीन माह में पूरा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार हो जाएगा।
अरविंद राजवेदी, प्रबंध निदेशक, एमवीवीएनएल