दो महिलाओं का हुआ नेत्रदान व देहदान
जागरण संवाददाता, लखनऊ : गोमती नगर के विश्वास खंड निवासी 82 वर्षीय सरोज गोयल शिक्षिका थीं। जिंदा रहते
जागरण संवाददाता, लखनऊ : गोमती नगर के विश्वास खंड निवासी 82 वर्षीय सरोज गोयल शिक्षिका थीं। जिंदा रहते तो वह बच्चों को शिक्षा देती रहीं, लेकिन मरने के उपरांत भी वह शिक्षा देती रहेंगी। सरोज की मृत्यु मंगलवार को हो गई थी। उनकी पुत्री कविता अग्रवाल ने उनकी इच्छा के अनुरूप किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के आइ बैंक में उनका नेत्रदान कराया। साथ ही एनॉटमी विभाग में उनकी देहदान कर दी, जिससे मेडीकल छात्र पढ़ाई कर सकें।
उधर बीती 15 जुलाई को इंदिरा नगर निवासी 96 वर्षीय राजंति मिश्रा का भी स्वर्गवास हो गया था। उन्होंने केजीएमयू में देहदान व नेत्रदान के लिए फरवरी, 2012 में पंजीकरण कराया था। मां की इच्छा के अनुसार पुत्र अरविंद मिश्रा ने मां का नेत्रदान कराकर देह दान कर दी।