स्कूलों के रवैये से मूल्यांकन में फंस सकता है पेंच
-27 से मूल्यांकन, 25 तक विद्यालयों ने नहीं प्राप्त किया परीक्षक संबंधी ब्यौरा -शिक्षकों के कार्यम
-27 से मूल्यांकन, 25 तक विद्यालयों ने नहीं प्राप्त किया परीक्षक संबंधी ब्यौरा
-शिक्षकों के कार्यमुक्त होने पर सवाल
जागरण संवाददाता,लखनऊ: कक्ष निरीक्षकों की तैनाती की तरह कापियों के मूल्यांकन में भी स्कूलों ने मनमाना रवैया अपना रखा है। स्कूलों द्वारा परीक्षकों का ब्यौरा प्राप्त न किए जाने से खुद शिक्षा विभाग तनाव में है। हार कर शिक्षा विभाग ने मूल्यांकन स्कूलों को पत्र जारी किया और मूल्यांकन के लिए शिक्षकों को रिलीव किए जाने को कहा
यूपी बोर्ड की कॉपियों का मूल्यांकन 27 अप्रैल से होना हैं। बोर्ड द्वारा जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय को परीक्षकों का ब्यौरा भेजा गया है। जिन्हें विद्यालयों को प्राप्त कर शिक्षकों को मूल्यांकन कार्य के लिए मुक्त करना है। 25 अप्रैल तक 50 प्रतिशत से अधिक विद्यालयों द्वारा परीक्षकों से संबंधित लिफाफे नहीं प्राप्त किए। इसके चलते विभाग द्वारा सभी राजकीय, अशासकीय सहायता प्राप्त, वित्तविहीन विद्यालयों को पत्र जारी कर शिक्षकों का ब्यौरा प्राप्त करने को कहा गया है।
यहां होगा मूल्यांकन
बोर्ड परीक्षा की कापियों के मूल्यांकन लिए राजधानी में चार केंद्र बनाए गए हैं। राजकीय जुबली इंटर कॉलेज में 3 लाख 61 हजार कापियां जांची जाएंगी। यहां मूल्यांकन के लिए 828 परीक्षकों व 86 डीएचई को लगया गया है। राजकीय इंटर कॉलेज निशातगंज में 3 लाख 40 हजार कापियां चेक होंगी। इसके लिए 1150 परीक्षकों व 117 डीएचई को लगाया गया है। राजकीय इंटर कॉलेज हुसैनाबाद में 3 लाख 45 हजार कापियां जांची जाएंगी। यहां 1115 परीक्षक व 111 डीएचई लगाए गए हैं। वहीं अमीनाबाद इंटर कॉलेज में 2 लाख 96 हजार कापियां 600 परीक्षकों व 65 डीएचई द्वारा जांची जांची जानी है।