डिबार कॉलेज ने अपने शिक्षकों से कराई परीक्षा
लखनऊ : बोर्ड परीक्षा के दौरान संदिग्ध गतिविधियों के चलते जिस विद्यालय को डिबार किए जाने की संस्तुति
लखनऊ : बोर्ड परीक्षा के दौरान संदिग्ध गतिविधियों के चलते जिस विद्यालय को डिबार किए जाने की संस्तुति की गई, शिक्षा विभाग उसी की निगरानी करने में नाकाम रहा। कक्ष निरीक्षकों को लेकर विभाग की लापरवाही का नतीजा रहा कि विद्यालय द्वारा हाईस्कूल के अंग्रेजी विषय की परीक्षा अपने ही शिक्षकों से कराई गई। मामला है कुंवर आसिफ अली इंटर कॉलेज का।
यूपी बोर्ड परीक्षा के पहले दिन ही जिला विद्यालय निरीक्षक उमेश त्रिपाठी को निरीक्षण के दौरान कुंवर आसिफ अली इंटर कॉलेज में सिटिंग प्लान में गड़बड़ी मिली थी। इसके चलते विभाग ने विद्यालय को परीक्षा केंद्र न बनाए जाने व काली सूची में शामिल किए जाने की संस्तुति की थी। विभाग द्वारा आगे की परीक्षाओं को पर्यवेक्षक व विशेष मजिस्ट्रेट की निगरानी में कराए जाने का दम भरा गया था। मगर सोमवार को शिक्षा विभाग के सारे दावे हवाई साबित हुए। कुंवर आसिफ अली में जिन शिक्षकों को कक्ष निरीक्षकों का दायित्व सौंपा गया था, वह ड्यूटी पर पहुंचे ही नहीं। यहां बल्दी प्रसाद इंटर कॉलेज से आठ शिक्षकों को ड्यूटी के लिए आना था। कक्ष निरीक्षकों की कमी को लेकर शिक्षा भवन में बने कंट्रोल रूम की घंटियां घनघनाती रही। डिबार विद्यालय में कक्ष निरीक्षकों के न पहुंचने से अफरातफरी का माहौल भी रहा। इधर कक्ष निरीक्षकों के न पहुंचने पर विद्यालय के ही शिक्षकों द्वारा परीक्षा संपन्न कराई गई।
असहाय दिखा कंट्रोल रूम
बोर्ड परीक्षा को लेकर शिक्षा विभाग कितना संवेदनशील है, सोमवार को शिक्षा भवन में बने कंट्रोल रूम को देखकर इसका अंदाजा लगाया जा सकता था। कंट्रोल में लगे लैंडलाइन फोन से जानकारियां मिलती रहीं, मगर फोन पर आउटगोइंग कॉल बंद रही। इसके चलते कंट्रोल रूम पर तैनात कर्मचारियों को अपने मोबाइल से कॉल कर समस्याओं का निस्तारण करना पड़ा। कर्मचारियों ने जिम्मेदारो को इसकी शिकायत भी की। मगर किसी ने गंभीरता से लेना मुनासिब नहीं समझा।