30 हजार किसानों को ऋण माफी का इंतजार
-राजधानी में हैं 2.25 लाख किसान -सीमांत किसानों की संख्या 1.83 लाख जागरण संवाददाता, लखनऊ: हाड़त
-राजधानी में हैं 2.25 लाख किसान
-सीमांत किसानों की संख्या 1.83 लाख
जागरण संवाददाता, लखनऊ: हाड़तोड़ मेहनत कर सभी को दो जून की रोटी का इंतजाम करने वाला किसान परेशान है। चुनावी रैलियों के दौरान ऋण माफी की घोषणा ने उसके चेहरे पर मुस्कान ला दी थी। सरकार के गठन के बाद अब किसान किसान ऋण माफी के इंतजार में सरकार की ओर टकटकी लगाए बैठे हैं।
भारतीय जनता पार्टी ने सरकार बनने के साथ ही किसानों के फसली ऋण को माफ करने का वायदा किया था। सरकार के गठन के साथ ही अकेले राजधानी के 30 हजार किसानों को इंतजार है। राजधानी में कुल 2.25 लाख किसान हैं। एक हेक्टेयर तक की खेती वाले सीमांत किसानों की संख्या 1.83 लाख है। एक से दो हेक्टेयर खेती वाले लघु किसानों की संख्या 30086 है। दो हेक्टेयर से ऊपर की खेती वाले किसानों की संख्या 1.19 लाख हैं।
डिफाल्टर को नहीं मिलेगा लाभ
पिछले वर्ष राजधानी में 1.35 लाख किसानों ने क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन किया था, उनमें से 72,714 क्रेडिट कार्ड बने, लेकिन 30 हजार किसान की क्रेडिट कार्ड का सही संचालन कर रहे हैं। शेष किसान डिफाल्टर हो चुके हैं। ऐसे में डिफाल्टर किसानों को ऋण माफी का लाभ नहीं मिलेगा।
कोड
ऐसे क्रेडिट कार्ड धारक किसानों को जो बैंक के माध्यम से फसली ऋण लिए हैं उन्हें ही ऋण माफी योजना में शामिल किया जाएगा। किसानों की सूची तैयार है। शासन के निर्देश पर सूची उपलब्ध करा दी जाएगी।
विजय कुमार सिंह, उप कृषि निदेशक