रेलवे : तनाव में हैं संरक्षा कोटि में तैनात रेलकर्मी
नोट-फोटो रंगनाथ जी ने की है। ----------------- - केंद्र के खिलाफ सड़क पर उतरे रेलवे कर्मचारी
नोट-फोटो रंगनाथ जी ने की है।
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- केंद्र के खिलाफ सड़क पर उतरे रेलवे कर्मचारी
- सभी मंडलों पर किया एक साथ प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, लखनऊ :
संरक्षा कोटि के खाली 1.65 लाख पदों के न भरने से करीब 60 फीसद रेलवे कर्मचारी तनावग्रस्त हैं। इनमें गैंगमैन, ट्रैकमैन, सहायक लोको पायलट, गार्ड और सहायक स्टेशन मास्टरों पर काम का दबाव अधिक बढ़ गया है। ऐसे में रेलवे अफसर पुखरायां जैसे हादसों में अपनी कमी छिपाने के लिए रेलवे कर्मचारियों को निशाना बना रहे हैं। संरक्षा कोटि में तैनात सुपरवाइजर को यूनियन में पदाधिकारी बने रहने पर रोक लगाने के आदेश जारी किया जा रहा है। इसे लेकर रेलवे कर्मचारी चक्का जाम करेंगे। यह बात ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के केंद्रीय महामंत्री शिवगोपाल मिश्र ने कही। वह उत्तर रेलवे डीआरएम कार्यालय में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
शिवगोपाल मिश्र ने यह भी कहा कि हर साल दुर्घटना में 500 से 600 रेलकर्मियों की जान चली जाती है। रेलकर्मी ही रोजाना 22 हजार ट्रेनों से करीब 2.36 करोड़ यात्रियों को सुरक्षित उनकी मंजिल तक पहुंचाते हैं। ऐसे में उनकी योग्यता पर सवालिया निशान नहीं लगाया जा सकता। हां इसके लिए रेलवे अफसरों में व्याप्त भ्रष्टाचार और कामचोरी बड़ा कारण है। रेलवे में घटिया उपकरणों को महंगे दामों पर लगाया जा रहा है। जो आए दिन फेल हो रहे हैं।
शिवगोपाल मिश्र ने यह भी कहा कि एक रेलकर्मी को प्रोन्नति के लिए सीता की तरह अग्नि परीक्षा देनी पड़ती है। लेकिन एक अफसर जो सहायक परिचालन प्रबंधक के पद पर तैनात होता है वह बिना किसी परीक्षा के रेलवे बोर्ड का चेयरमैन तक बन जाता है। अफसरों की योग्यता की भी परीक्षा होनी चाहिए। रेलवे की उत्पादन इकाईयों को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी है। रेलवे अस्पताल को भी निजी क्षेत्र में चिकित्सा का बिजनेस करने वाले कुछ बड़े हाथों में दिया जा रहा है। रेलवे बोर्ड कोई भी फरमान दे रेलवे कर्मचारियों का पदाधिकारी वहीं बनेगा, जिसे 10.80 लाख कर्मचारी अपना समर्थन देंगे।
इस मौके पर नार्दर्न रेलवे मेंस यूनियन के मंडलमंत्री आरके पांडेय ने कहा कि एलाउंस कमेटी सहित कई मांगों को अब तक पूरा नहीं किया गया है। इस मौके पर केंद्रीय उपाध्यक्ष मनोज श्रीवास्तव, एसयू शाह सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे। उधर पूर्वोत्तर रेलवे डीआरएम मुख्यालय में एनईआरएमयू ने भी धरना दिया। यहां मंडलमंत्री अजय वर्मा और सफदर हुसैन सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे।