नगर निगम ने वेतन के लिए मांगा बजट
लखनऊ : नगर निगम ने शासन से अस्सी करोड़ की आर्थिक मदद मांगी है। तर्क दिया है कि डेढ़ सौ करोड़ के घाटे औ
लखनऊ : नगर निगम ने शासन से अस्सी करोड़ की आर्थिक मदद मांगी है। तर्क दिया है कि डेढ़ सौ करोड़ के घाटे और नोटबंदी के बाद दिसंबर में गृहकर की वसूली न के बराबर हुई है। नगर आयुक्त उदय राज सिंह ने सोमवार को सचिव नगर विकास श्रीप्रकाश सिंह से मुलाकात की।
नगर आयुक्त ने सचिव नगर विकास को बताया कि शासन ने एक वर्ष में 105 करोड़ रुपये की कटौती कर दी है, जो कि वेतन मद से है। नगर निगम पर करीब डेढ़ सौ करोड़ रुपये की देनदारी है। इनमें सौ करोड़ रुपये तो सिर्फ ठेकेदारों का बाकी है। अन्य देनदारिया विभिन्न मदों से कटौती कर वेतन भुगतान के चलते हुई हैं। शासन को दिए माग पत्र में नगर आयुक्त ने उल्लेख किया है कि कम से कम पचास करोड़ रुपये उपलब्ध कराए जाएं। अगर रकम नहीं दी गई तो कर्मचारियों को वेतन देने में भी समस्या आ सकती है।
नगर आयुक्त ने जलकल के लिए भी 30 करोड़ रुपये उपलब्ध कराने का जिक्र किया है। उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में पानी की समस्या हो सकती है, इसलिए समय पर लंबित प्रस्तावों को पूरा कराना जरूरी है।
नहीं शुरू हुआ से कार्ड पेमेंट
हुसैनगंज वार्ड के राम मंदिर लेन से पहुंचे विनय का गृहकर कार्ड से जमा नहीं हुआ। काउंटर पर बैठे बाबू ने बताया कि यह व्यवस्था इसी सप्ताह शुरू होनी है, लेकिन अभी बैंकों द्वारा कोई मशीन नहीं उपलब्ध कराई गई है। जोनल अफसर अशोक सिंह ने बताया कि दो निजी बैंकों से करार हो गया है। पूरी कोशिश है कि इसी सप्ताह से सुविधा पब्लिक को मिलने लगे।