रेलवे के लिए आसान नहीं नई तकनीक अपनाना
लखनऊ : राजधानी एक्सप्रेस की तरह लिंक हाफमैन बुश (एलएचबी) बोगियों का सफर लखनऊ के यात्रियों के लिए अभी
लखनऊ : राजधानी एक्सप्रेस की तरह लिंक हाफमैन बुश (एलएचबी) बोगियों का सफर लखनऊ के यात्रियों के लिए अभी आसान नहीं है। रेलवे के पास जहां विद्युत अनुभाग के कर्मचारियों की कमी है, वहीं एलएचबी के रैक की मरम्मत के लिए कैरिज वैगन कर्मचारियों को प्रशिक्षण ही नहीं मिला है।
दरअसल अभी लखनऊ से आरंभ होने वाली एकमात्र ट्रेन 12429 एसी एक्सप्रेस में एलएचबी बोगियां कुछ दिन पहले लगाई गई हैं। जर्मनी तकनीक वाली इन बोगियों की मरम्मत लखनऊ के साथ नई दिल्ली में की जाती है। लखनऊ मेल के लिए भी रेलवे बोर्ड ने नया रैक एक सप्ताह पहले लखनऊ भेजा है। ट्रेन में जनरेटर कार के लिए रेलवे के पास कर्मचारी ही नहीं हैं। इसके अलावा स्लीपर और जनरल बोगियों वाले रैक के मेंटनेंस के लिए विद्युत और सीएंडडब्ल्यू अनुभाग के कर्मचारियों को प्रशिक्षण ही नहीं मिला है। मामला रेलवे बोर्ड तक पहुंच गया है। रेलवे बोर्ड अगले छह महीने के भीतर लखनऊ-चंडीगढ़ एक्सप्रेस, गोमती एक्सप्रेस, लखनऊ यशवंतपुर एक्सप्रेस, फैजाबाद दिल्ली एक्सप्रेस और पद्मावत एक्सप्रेस के साथ काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस का संचालन एलएचबी बोगियों के साथ करने की तैयारी कर रहा है। ऐसे में कर्मचारियों को प्रशिक्षण देना और उनकी कमी को दूर करना रेलवे के लिए चुनौती है। उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक शिवेंद्र शुक्ल के मुताबिक एलएचबी बोगी के साथ ट्रेन संचालन शुरू करने के लिए कई बाधाएं आ रही हैं जिन्हें दूर करने के लिए प्रयास हो रहे हैं।