मजबूत नहीं होता महिलाओं का दिल!
लखनऊ माना जाता है कि पुरुषों को दिल के दौरे का रिस्क अधिक होता है लेकिन हकीकत यह नहीं है। वुमेंस
लखनऊ
माना जाता है कि पुरुषों को दिल के दौरे का रिस्क अधिक होता है लेकिन हकीकत यह नहीं है। वुमेंस हार्ट फाउंडेशन के अनुसार करीब 86 लाख महिलाएं हर साल दिल के दौरे से मरती हैं।
29 सितंबर को मनाए जाने वाले वर्ल्ड हार्ट डे से पहले यह जानकारी संजय गांधी पीजीआइ के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. सत्येंद्र तिवारी ने दी। डॉ.तिवारी ने कहा कि चिंता की बात यह है कि भारत में अब कम उम्र के लोग हृदय रोग का शिकार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल का सबसे बड़ा दुश्मन है तनाव। तनाव के कारण मस्तिष्क से जो रसायन स्त्रावित होते हैं वे दिल को नुकसान पहुंचाते हैं। इसलिए योग अपनाएं और तनाव को दूर भगाएं।
वह बताते हैं कि युवाओं पर किए गए अध्ययन में पाया गया कि उनमें बैड कोलेस्ट्रॉल में लाइपो प्रोटीन ए बढ़ जाता है। यह आनुवांशिक भी हो सकता है। 30 प्रतिशत युवाओं में एस-जीन, मॉलीमॉर्फिज्म, ऑक्सीडाइज्ड एलडीएल की मात्रा भी बढ़ जाती है, जो हृदय रोगों का कारण बनती है।
डॉ.तिवारी के मुताबिक हृदय की सेहत में खान-पान की खास भूमिका है। फल और सब्जियों वाली लो सोडियम डाइट और कम वसा वाले डेयरी उत्पादों से ब्लड प्रेशर को कम रखने में मदद मिलती है। चीनी कम लें इससे ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है। फल, सब्जिया और मेवे में एंटीऑक्सीडेंट भरपूर होते हैं जो हार्ट अटैक की आशंका को कम करता है।
-दिल की सेहत के लिए यह करें
-प्रतिदिन कम से कम 50 मिनट तक व्यायाम करना चाहिए
-समय की कमी है तो आप टहल सकते हैं।
-नमक की कम मात्रा का सेवन करें
-कम वसा वाले आहार लें और ताजी सब्जिया और फल लें।
-समय पर नाश्ता और समय पर लंच करें।
-तंबाकू से दूर रहें और घटों एक ही स्थिति में बैठना हानिकारक हो सकता है।
-अपनी जीवन शैली में बदलाव लाएं।
-हार्ट अटैक का लक्षण
डॉ.तिवारी ने बताया कि आमतौर पर दिल के दौरे के लक्षण के रूप में सीने में दर्द और सास लेने में दिक्कत ही मानते हैं लेकिन ऐसे कई लक्षण हैं जिन पर हमारा ध्यान नहीं जाता और यह स्थिति को और भी गंभीर बना देते हैं। जैसे-
-सास लेने में समस्या।
-बहुत अधिक कमजोरी महसूस करना या चक्कर आना।
-अचानक तेजी से पसीना बहना।
-हाथों में भारीपन महसूस होना।
-घबराहट और उल्टी जैसा लगना।
-पेट में दर्द।
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-धूमपान से बचें
धूमपान करने वालों की उम्र 15 से 25 साल तक कम हो सकती है। शोध में यह बात साबित हो चुकी है कि धूमपान करने वाले लोगों को अन्य की अपेक्षा दिल के दौरे की आशका अधिक होती है। ऐसे में जरूरी है कि धूमपान से दूरी बनाएं।
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-संतुलित आहार लें
संतुलित आहार लें। ताजे फल, सब्जिया, अनाज आदि डाइट में जरूर हो। जंक फूड और तले-भुने भोजन से दूर रहें।
-अल्कोहल कम लें
-अल्कोहल यानी शराब का सेवन दिल को नुकसान पहुंचाता है। इससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है और वजन भी बढ़ता है। इसलिए अल्कोहल का सेवन कम से कम करें।
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परिवार में हिस्ट्री हो तो रहें सतर्क
परिवार में अगर किसी को डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, मोटापे जैसी समस्याएं हैं तो दिल की बीमारी की आशका बढ़ जाती है। ऐसे में सावधान रहें। अगर परिवार में किसी को समस्या हो तो सतर्क रहें। समय-समय पर ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रॉल की जाच करवाएं।
-जागरूकता जरूरी
दिल संबंधी रोगों से बचाव के लिए जरूरी है कि लोगों को इसकेबारे में पोस्टरों व पर्चो के माध्यम से जानकारी दी जाए।
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