आंदोलन रंग लाया,आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को हर महीने चार हजार मानदेय
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का आंदोलन रंग लाया सरकार के फैसले से तीन लाख 30 हजार कार्यकर्ता लाभान्वित होंगी। प्रदेश सरकार पर 240 करोड़ सालाना का अतिरिक्त व्यय भार आएगा।
लखनऊ (जेएनएन)। 'घेरा डालो-डेरा डालो के अंदाज में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का आंदोलन रंग लाया। प्रदेश सरकार ने आंगनबाड़ी, मिनी और सहायक कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाने का फैसला लिया है। इससे तीन लाख 30 हजार कार्यकर्ता लाभान्वित होंगी। प्रदेश सरकार पर 240 करोड़ सालाना का अतिरिक्त व्यय भार आएगा। नया मानदेय अक्टबूर से लागू हो जाएगा, इससे कार्यकर्ताओं की दीपावली अच्छी मनेगी।13 सूत्री मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कई दिनों से आंदोलन कर रही थीं।
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दो दिन पूर्व आंदोलन ने उग्र रूप धारण करना शुरू किया। फिर घेरा डालो-डेरा डालो के अंदाज में महिलाओं ने राजधानी की लाइफ लाइन कहे जाने वाले अशोक मार्ग पर कब्जा कर लिया। महिलाओं के सड़क पर जम जाने से प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। आखिरकार बुधवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हस्तक्षेप करते हुए मुख्य सचिव राहुल भटनागर को आंदोलनकारियों से बात करने का निर्देश दिया। इसके बाद प्रशासन ने नेतृत्व कर रही आधा दर्जन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बुलाकर उनका ज्ञापन लिया और मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया।
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अब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को चार हजार, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तीन हजार और सहायिका को दो हजार मासिक मानदेय दिया जाएगा। देर शाम बाल विकास एवं पुष्टहार विभाग की ओर से मानदेय बढ़ाने का आदेश भी जारी कर दिया गया। निदेशक बाल विकास पुष्टाहार आनंद सिंह ने बताया कि इस बढ़ोत्तरी से राज्य सरकार पर 240 करोड़ रुपये सालाना का बोझ आएगा। शासन ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की कुछ अन्य मांगों पर भी सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया है।
पद पहले अब बढ़ोत्तरी
आंगनबाड़ी 3200 4000 800 मासिक
मिनी आंगनबाड़ी 2250 3000 750 मासिक
सहायिका 1600 2000 400 मासिक