डॉक्टर का पारा चढ़ा, कुर्सी मारने दौड़ा स्टाफ
जागरण संवाददाता, लखनऊ : बलरामपुर अस्पताल में बुजुर्ग मां के इलाज की फरियाद करना तीमारदारों को भारी
जागरण संवाददाता, लखनऊ :
बलरामपुर अस्पताल में बुजुर्ग मां के इलाज की फरियाद करना तीमारदारों को भारी पड़ गया। सुबह राउंड पर आए डॉक्टर का जहां पारा चढ़ गया, वहीं मौजूद स्टाफ कुर्सी उठाकर मारने दौड़ा। इस दौरान आक्रोशित तीमारदारों ने जमकर हंगामा किया।
ठाकुरगंज निवासी रामलली (65) को तेज बुखार था। बेटे कैलाश ने शनिवार रात हालत गंभीर होने पर अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती कराया। अगले दिन मरीज को वार्ड नंबर सात में शिफ्ट कर दिया। बेड नंबर 30 पर भर्ती रामलली की हालत में सुधार नहीं हो रहा है। कैलाश के मुताबिक सुबह 11 बजे डॉक्टर राउंड पर आए थे। इस दौरान मरीज को बगैर देखे कक्ष में बैठ गए। डॉक्टर से जब मरीज को देखने को कहा तो वह भड़क गए, उन्हें तुरंत बाहर निकलने को कहा। तीमारदार ने बुजुर्ग मरीज की हालत गंभीर होने का हवाला दिया, मगर वह नहीं आए।
-जबरन करने लगे डिस्चार्ज
कैलाश के मुताबिक मां के इलाज की फरियाद करने पर डॉक्टर भड़क गए और फाइल मंगवाकर डिस्चार्ज करने को कहा, विरोध करने पर वार्ड में मौजूद स्टाफ कुर्सी उठाकर मारने दौड़ा।
-वार्ड में किया हंगामा
कैलाश के साथ वार्ड में बहन पुष्पा व अन्य महिलाएं भी मौजूद थीं। डॉक्टर व स्टाफ का यह रवैया देख वह भी आक्रोशित हो गए। सभी ने वार्ड में जमकर हंगामा किया।
-चार बार भेजा सैंपल, रिपोर्ट नहीं
कैलाश ने कहा कि मां रामलली को भर्ती हुए चार दिन हो गए हैं। चार बार वार्ड से जांच के लिए ब्लड सैंपल भेजे जा चुके हैं। मगर, रिपोर्ट एक भी नहीं आई है। लिहाजा मां का इलाज सही नहीं हो पा रहा है।
-सीएमएस से की शिकायत
कैलाश व पुष्पा डॉक्टर व स्टाफ की शिकायत सीएमएस डॉ. राजीव लोचन से की। इसके बाद वार्ड में माहौल शांत हुआ।
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तीमारदार मेरे पास आए थे। मैंने तीमारदारों की समस्या का निस्तारण कर दिया है, वहीं डॉक्टर व स्टाफ को व्यवहार सुधारने के लिए सख्त हिदायत दी है।
डॉ. राजीव लोचन, सीएमएस