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आउटसोर्सिग के माध्यम से की जाए भर्ती

-पीजीआइ में संविदा कर्मियों को हेपेटाइटिस टीके लगवाएं जाएं - पीजीआइ गवर्निंग बॉडी की बैठक में मुख

By Edited By: Published: Fri, 24 Jun 2016 08:53 PM (IST)Updated: Fri, 24 Jun 2016 08:53 PM (IST)
आउटसोर्सिग के माध्यम से की जाए भर्ती

-पीजीआइ में संविदा कर्मियों को हेपेटाइटिस टीके लगवाएं जाएं

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- पीजीआइ गवर्निंग बॉडी की बैठक में मुख्य सचिव ने दिए निर्देश

जागरण संवाददाता, लखनऊ : संजय गाधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट (एसजीपीजीआइ) में डायलिसिस टेक्नोलॉजी, लैबोरेट्री टेक्नोलॉजी, रेडियोथैरेपी टेक्नोलॉजी, हीमेटोलॉजी, फिजियोथैरेपी विषय में बीएससी, एमएससी एवं पीएचडी पैरामेडिकल कोर्सेज का संचालन यथाशीघ्र प्रारंभ किया जाए। जिससे सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों में टेक्निकल मैनपावर की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके।

यह निर्देश मुख्य सचिव आलोक रंजन ने शुक्रवार को गवर्निंग बॉडी की बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि संस्थान में आने वाले मरीजों को और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु आउटसोर्सिंग के माध्यम से मैनपावर की भर्ती की कार्यवाही शीघ्र पूरी की जाए। मुख्य सचिव शास्त्री भवन स्थित कार्यालय में एसजीपीजीआइ की गवर्निंग बॉडी की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पीजीआइ में आउटसोर्सिंग के माध्यम से कार्यरत कर्मियों को हेपेटाइटिस-बी और सी से बचाव हेतु समय-समय पर जाच कराकर टीके लगवाएं जाएं।

पीजीआइ में कार्यरत कर्मियों को एम्स के समान वेतन और भत्ते प्रदान करने हेतु आवश्यक कार्यवाही नियमानुसार सुनिश्चित कराई जाए। उन्होंने कहा कि एक जनवरी, 2006 से पूर्व संस्थान से सेवानिवृत्त कर्मियों को संशोधित पेंशन देने के लिए आवश्यक कार्यवाही भी यथाशीघ्र पूरी की जाए। बैठक में रेजीडेंट डॉक्टर, सर्विस रेजीडेंट की संख्या कुछ विभागों में बढ़ाने का प्रस्ताव रखा गया है। इसके अलावा कामधेनु, एचआरएफ, आइआरएफ के कार्य की भी जानकारी बैठक में रखी गई। प्रोफेसर ऑफ एमीनेंस का जो प्रस्ताव पिछली बैठक में रखा गया था उस पर शासन ने समिति बना दी। समिति के रिपोर्ट के आधार पर निर्णय लागू होगा। इसके अलावा इमरजेंसी मेडिसिन, क्रिटिकल केयर मेडिसिन में बेड बढ़ाने व न्यू ओपीडी के कार्यो के बारे में चर्चा हुई।

बैठक में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य शिक्षा डॉ. अनूप चंद्र पांडेय, पीजीआइ निदेशक डॉ.राकेश कपूर, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक पीके सिंह सहित अन्य संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

ढाई माह से नहीं मिला वेतन

पीजीआइ में संविदा कर्मचारियों को समय से वेतन नहीं मिल रहा है। इस बार भी ढाई माह से कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है। इस बात से कर्मचारियों में आक्रोश है। इसके अलावा संविदा कर्मचारियों का आरोप है कि उन्हें महज पाच-छह हजार रुपये वेतन दिया जा रहा है, वह भी समय पर नहीं। पीजीआइ में पेशेंट हेल्पर, अटेंडेंट, कंप्यूटर ऑपरेटर, डाटा इंट्री ऑपरेटर व फार्मासिस्ट समेत कई पदों पर सैकड़ों संविदा कर्मचारी कार्यरत हैं।


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