दारोगा के बाद लखनऊ में अब जूनियर इंजीनियर का बुजुर्ग पर कहर
तहजीब तथा गंगा-जमुनी तहजीब के शहर लखनऊ की गरिमा को आज एक जूनियर इंजीनियर ने तार-तार कर दिया। लखनऊ में जीपीओ पार्क के सामने बुजुर्ग टाइपिस्ट के साथ दारोगा के अभद्र व्यवहार की घटना अभी लोग भूल भी न पाए होंगे कि आज सिंचाई विभाग के एक जूनियर इंजीनियर ने
लखनऊ। तहजीब तथा गंगा-जमुनी तहजीब के शहर लखनऊ की गरिमा को आज एक जूनियर इंजीनियर ने तार-तार कर दिया। लखनऊ में जीपीओ पार्क के सामने बुजुर्ग टाइपिस्ट के साथ दारोगा के अभद्र व्यवहार की घटना अभी लोग भूल भी न पाए होंगे कि आज सिंचाई विभाग के एक जूनियर इंजीनियर ने नाई का काम करने वाले बुजुर्ग मियां जान की टेबल को पलट कर सामान तोड़ दिया।
लखनऊ के तेलीबाग में नहर की पटरी पर शनि मंदिर के पास अपनी टेबल लगाकर नाई का काम करने वाले मियां जान को आज छुट्टी के कारण अधिक काम मिलने की उम्मीद थी। इसी बीच उनकी उम्मीदों पर पहाड़ टूट गया। सिंचाई विभाग के जूनियर इंजीनियर शिव नारायण मौर्या को नहर की पटरी पर मियां जान का टेबल रखना काफी नागवार लगा। गुस्साए मौर्या ने मियां जान की विनती के बाद भी उनकी एक बात नहीं सुनी और उनके टेबल को सड़क पर फेंक दिया। इतना ही नहीं मौर्या ने मियां जान का शेविंग करने का सामान भी फेंक दिया। कुछ लोगों ने इसका विरोध किया तो मौर्या ने उनको डपट दिया। मौर्या ने सामान न सिर्फ फेंका बल्कि शीशा भी तोड़कर चकनाचूर कर दिया। जेई ने पत्रकारों के लिए भी काफी अभद्र भाषा का प्रयोग किया।
इसी बीच किसी ने मामले की जानकारी तेलीबाग चौकी इंचार्ज विनोद सिंह को दी। चौकी इंचार्ज ने इस मामले से थानाध्यक्ष पीजीआई को अवगत कराया। उनके हस्तक्षेप के बाद जूनियर इंजीनियर शिव नारायण मौर्या ने बुजुर्ग मियां जान से माफी मांगी। चौकी इंचार्ज ने मियां जान को एक नया शीशा खरीद कर दिया। इसके बाद दोपहर के बाद किसी तरह से उन्होंने अपना काम फिर से शुरू किया।