गंगा को निर्मल बनाने को चाहिए सबका सहयोग : गडकरी
देश की जीवनदायिनी गंगा नदी को निर्मल बनाने के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सभी का सहयोग मांगा है। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ के नेताजी सुभाष चंद्र बोस प्रेक्षागृह में आज केंद्रीय जल संसाधन और गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती के साथ केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन
लखनऊ। देश की जीवनदायिनी गंगा नदी को निर्मल बनाने के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सभी का सहयोग मांगा है। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ के नेताजी सुभाष चंद्र बोस प्रेक्षागृह में आज केंद्रीय जल संसाधन और गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती के साथ केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने 'गंगा के संरक्षण में समाज की भूमिका' पर राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित किया।
परिवहन मंत्री ने कहा कि गंगा नदी को अविरल तथा निर्मल बनाने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है। उन्होंने कहा कि इसके लिए हमें सबका सहयोग चाहिए। गंगा नदी न सिर्फ आस्था का प्रतीक हैं, बल्कि रोजगार भी देती हैं। इसे हमें हर हाल में साफ करना है। उन्होंने कहा कि गंगा नदी को साफ करने के लिए पैसे की नहीं, इच्छाशक्ति की जरूरत है। गडकरी ने जोर देते हुए कहा कि गंगा नदी तभी साफ होगी, जब इसकी सहायक नदियों को प्रदूषण मुक्त कर दिया जाएगा। इसके लिए जरूरी कदम उठा जाएंगे।
सड़कों के निर्माण पर उन्होंने कहा कि अब छह हजार करोड़ से मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बताया दिल्ली से हापुड़-बुलंदशहर पर 16 सौ करोड़ और मेरठ-नजीबाबाद एक्सप्रेस-वे पर दो हजार करोड़ का खर्च आएगा। केंद्रीय सड़क व परिवहन मंत्री ने कहा कि ढाई वर्ष में इन सड़कों के निर्माण को पूरा करने की अवधि है, लेकिन इन्हें छह महीने पहले ही पूरा कर लिया जाएगा। गडकरी ने कहा कि 26 जनवरी से इन पर काम शुरू हो जाएगा।
इससे पहले केंद्रीय जल संसाधन और गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती ने कहा कि मेरा जीना और मरना अब सिर्फ गंगा नदी के लिए है। गंगा नदी को साफ करने में उन्होंने संतों से विशेष सहयोग देने की अपील की। उमा ने कहा कि सभी बिल लोकसभा से पास हो गये हैं, अब इन्हें क्रियान्वित करना है। उन्होंने गंगा नदी की सफाई में विशेष ध्यान देने के लिए नितिन गडकरी से वचन भी लिया।