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उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में एजाज नेटवर्क के खबरचियों की तलाश

अब स्पेशल टास्क फोर्स एजाज के जासूसी नेटवर्क के खबरची तलाश रही है। एजाज की गिरफ्तारी के साथ कई नाम भी सामने आए हैं। एसटीएफ टीम ने आसमां से पूछताछ की तो आधा दर्जन नए नाम खुले। बरेली में अपने पैर जमाने के साथ एजाज ने सूचना नेटवर्क बहुत तेजी

By Nawal MishraEdited By: Published: Sat, 28 Nov 2015 10:19 PM (IST)Updated: Sat, 28 Nov 2015 10:27 PM (IST)
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में एजाज नेटवर्क के खबरचियों की तलाश

लखनऊ। अब स्पेशल टास्क फोर्स एजाज के जासूसी नेटवर्क के खबरची तलाश रही है। एजाज की गिरफ्तारी के साथ कई नाम भी सामने आए हैं। एसटीएफ टीम ने आसमां से पूछताछ की तो आधा दर्जन नए नाम खुले। बरेली में अपने पैर जमाने के साथ एजाज ने सूचना नेटवर्क बहुत तेजी से फैला लिया था। इसे ट्रेस करना एसटीएफ के लिए चुनौती बन गया है। बरेली के दीवानखाना के वसीम उल्ला के घर पर रहते हुए नौ दिन पहले आसिफ नाम का एक व्यक्ति आइएसआइ एजेंट को अपने साथ लेकर गया था। यह खुलासा पत्नी आसमां ने एसटीएफ के सामने किया। पत्नी आसमां का कहना था कि आसिफ घर पर आया था। उससे अकेले में मुहम्मद एजाज ने बात की थी। इसके बाद बताया कि वीडियो मिक्सिंग काम आया है, इसलिए जाना होगा। इसके बाद इजाज लौटकर नहीं आया। बकौल आसमां बुधवार रात को एसटीएफ टीम के घर आने के बाद पता चला कि इजाज को मेरठ कैंट क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया है। संकेत मिल रहे हैं कि वे किसी बड़े मिशन पर थे। बरेली सहित मेरठ और दिल्ली में उसके मददगार मौजूद थे। पूछताछ में सामने आया है कि सैन्य ठिकानों की जानकारी मुहैया करने के लिए आशीष नाम के व्यक्ति का सहयोग मिलता था। आशीष के अलावा कई अन्य युवक भी उससे जुड़े थे। आसमां ने भी एसटीएफ को पूछताछ के दौरान कई नामों का खुलासा भी किया है। हालांकि अभी इन नामों पर कोई अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहा है। सूत्रों के हवाले से पता चला है कि एजाज की गिरफ्तारी के बाद उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कई अड्डों पर एसटीएफ की टीमों ने छापेमारी की। अहम जानकारियां भी खुफिया एजेंसी के हाथ लगी है।

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एसटीएफ के रडार पर पनाहगार

पाकिस्तान आइएसआइ एजेंट पंद्रह महीनों से बरेली के तीन विभिन्न क्षेत्रों में डेरा जमाए रहा। बटलर प्लाजा की आधा दर्जन दुकानों से वीडियो मिक्सिंग का काम उसने उठा रखा था। मेरठ कैंट क्षेत्र में बरेली के आइएसआइ एजेंट की गिरफ्तारी के बाद पूरी रात खुफिया एजेंसी की टीमों को इन क्षेत्रों के इर्द-गिर्द देखा गया। मकसद एक ही था। आइएसआइ एजेंट की पनाहगाह और दोस्तों की पहचान। मेरठ एसटीएफ की पूछताछ में आइएसआइ एजेंट इजाज ने बताया कि बिहार में शादी के बाद वह बरेली के सुभाषनगर में सरन अस्पताल के सामने एक मकान किराए पर लेकर रहने लगा था। चूंकि कोलकाता में वह वीडियो मिक्सिंग का काम सीख चुका था। घर पर ही कंप्यूटर लगा वीडियो मिक्सिंग का काम शुरू कर दिया। इसके बाद दीवानखाना में छोटे पुल के पास एक मकान में रहने के बाद वह पत्नी आसमां और साली शहनवाज के साथ चार महीने से प्रेमनगर थाना क्षेत्र के वसीम उल्ला के मकान में रह रहा था। वीडियो मिक्सिंग के धंधे की आड़ में संदिग्ध लोगों को आना-जाना आइएसआइ एजेंट के घर पर रहता था। खुफिया एजेंसियां इनकी तलाश कर रही है।

अफसरों ने की एजाज की पत्नी आसमां से की पूछताछ

एसटीएफ, आईबी और इंटेलीजेंस टीमें देर रात मुहम्मद एजाज उर्फ मुहम्मद कलाम के दीवानखाना स्थित घर पहुंची। पत्नी आसमां से घंटों पूछताछ के बाद खुफिया एजेंसियों ने इजाज के कंप्यूटर, पेन ड्राइव और दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिए। बताया गया है कि उत्तर प्रदेश में आइएसआइ के एजेंटों की कुछ जानकारियां अफसरों को हाथ लगी हैं। उसके घर पर मौजूद कंप्यूटर, सीपीयू, पेन ड्राइव समेत कागजी दस्तावेजों में छुपे राज ढूढऩे का प्रयास भी खुफिया टीमें करती रही। कई पुराने कैसेट भी मिले हैं। इन कैसेट में छुपी हुई जानकारियों की जांच की जा रही है।


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