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पुलिस के खिलाफ बंद रहे आगरा के प्रमुख बाजार

कानून व्यवस्था, सर्राफ पर जानलेवा हमला और लाठीचार्ज के खिलाफ भाजपा और आगरा व्यापार मंडल की हुंकार असरकारी रही। आज आगरा बंद में साथ आए लगभग सभी व्यापारियों ने अपने शटर गिराए रखे। नव विकसित और पॉश इलाकों में जरूर कुछ दुकानें खुली नजर आईं।

By Nawal MishraEdited By: Published: Wed, 25 Nov 2015 08:22 PM (IST)Updated: Wed, 25 Nov 2015 08:28 PM (IST)
पुलिस के खिलाफ बंद रहे आगरा के प्रमुख बाजार

लखनऊ। कानून व्यवस्था, सर्राफ पर जानलेवा हमला और लाठीचार्ज के खिलाफ भाजपा और आगरा व्यापार मंडल की हुंकार असरकारी रही। आज आगरा बंद में साथ आए लगभग सभी व्यापारियों ने अपने शटर गिराए रखे। नव विकसित और पॉश इलाकों में जरूर कुछ दुकानें खुली नजर आईं। कानून व्यवस्था के खिलाफ सोमवार को आइजी ऑफिस में केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री के साथ धरना दे रहे भाजपाइयों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। कार्रवाई के विरोध में भाजपा ने बुधवार को आगरा बंद का एलान किया था। व्यापारियों के साथ रणनीति बनाकर टोलियां सुबह ही बाजारों में उतर गई थीं। व्यापारियों के समर्थन का असर शहर के पुराने और प्रमुख बाजारों में नजर आया। बेलनगंज, दरेसी, रावतपाड़ा, किनारी बाजार, जौहरी बाजार, सुभाष बाजार, फव्वारा, मुखर्जी मार्केट, हींग की मंडी, शाहगंज, बोदला के बाजार 80 फीसद तक बंद रहे। केंद्रीय मंत्री कठेरिया, विधायक जगन प्रसाद गर्ग, योगेंद्र उपाध्याय, ब्रज क्षेत्र कोषाध्यक्ष नवीन जैन, प्रमोद गुप्ता, टीएन अग्रवाल आदि सुबह से ही बाजारों में निकल गए। कुछ दुकानें बंद मिलीं, तो बंद करने का आग्रह करते रहे। दूसरी ओर, शहर के नव विकसित और पॉश इलाकों के बाजार सदर, दयालबाग, कमलानगर आदि में प्रतिष्ठान खुले रहे। हालांकि दोपहर बाद धीरे-धीरे बाजार खुलना शुरू भी हो गया था। वहीं, भाजपा पर जबरन प्रतिष्ठान बंद कराने का आरोप लगाते हुए सपा शहर अध्यक्ष रईसुद्दीन के साथ कार्यकर्ता बाजार खुलवाने को दौड़ लगाते रहे। टकराव की स्थिति से निपटने को अधिकारी भी फोर्स के साथ लगातार घूमते रहे।

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एटा के बवाल में 300 पर रिपोर्ट, बाजार रहे बंद

एटा के फर्नीचर शोरूम में आग से दो बच्चों की मौत के बाद हुए बवाल में पुलिस ने छह नामजद और 300 अज्ञात लोगों पर रिपोर्ट दर्ज की है। नामजदों में फर्नीचर शोरूम मालिक सुनील सक्सेना के दो पुत्र रोहित भी हंै। पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर गुस्साये व्यापारियों ने डीएम-एसएसपी से मिलकर विरोध जताया। साथ ही दमकल विभाग की लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। शोक में व्यापारियों ने बुधवार को बाजार बंद रखे। घंटाघर पर धरना और शोक सभा भी हुई। जबरन बंदी पर नजर रखने को पुलिस और अद्र्धसैनिक बल तैनात रहा। हालांकि शहर में शांति रही।


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