पोर्न साइट्स देखने में दिल्ली व मुंबई के साथ उन्नाव के लोग
डौंडिया खेड़ा में हजारों टन स्वर्ण होने की खबर के बाद से चर्चा में आया उन्नाव फिर खबर के केंद्र में हैं। लखनऊ तथा कानपुर के बीच में बसे उन्नाव देश के उप पांच शहरों में शामिल हो गया है, जहां पर लोग सर्वाधिक संख्या में पोर्न साइट्स देखते हैं।
लखनऊ। लगभग दो वर्ष पहले डौंडिया खेड़ा में हजारों टन स्वर्ण होने की खबर के बाद से चर्चा में आया उन्नाव शहर एक बार फिर खबर के केंद्र में हैं। लखनऊ तथा कानपुर के बीच में बसे उन्नाव देश के उप पांच शहरों में शामिल हो गया है, जहां पर लोग सर्वाधिक संख्या में पोर्न साइट्स देखते हैं। चमड़ा शोधक कारखानों के गढ़ उन्नाव को उत्तर प्रदेश में पहला स्थान मिला है।
लखनऊ तथा कानपुर को जोडऩे वाले उन्नाव जिला देश के उन पांच शीर्ष शहरों में शामिल हो गया है जहां उत्तर प्रदेश के प्रमुख महानगर नहीं हैं। पोर्न साइट्स की खोज में उन्नाव का नंबर नई दिल्ली, पुणे, मुंबई, कोलकाता के बाद आ गया है। उन्नाव ने इस मामले में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के साथ ही कानपुर, आगरा, इलाहबाद, वाराणसी व मेरठ को भी पीछे छोड़ दिया है।
केंद्र सरकार देश में भले ही पोर्न साइट्स पर बैन लगाने के प्रयास है, लेकिन इसके प्रति लोगों का रुझान बढ़ता ही जा रहा है। पुणे में समाजशात्रियों के ताजा अध्ययन में यह सामने आया है कि गूगल के पोर्न वेब साइट सर्च इंजन में उन्नाव के लोगों का रुझान काफी बढ़ा है। 66.37 प्रतिशत की साक्षरता दर वाले उन्नाव की जनसंख्या तीन करोड़ एक लाख 367 है। इसमें भी युवा पोर्न साइट्स की ओर काफी आकर्षित है। यह अध्यनन उन्नाव जिले के लोगों की डेटा कामोत्तेजक वस्तुओं के प्रति रुझान के साथ विकृति को भी दर्शाता है।
विश्व के शीर्ष दस नगरों में भी उन्नाव शामिल है। विश्व में सर्वाधिक पोर्न साइट्स देखने में भी देश की राजधानी दिल्ली अव्वल है। इसके बाद पुणे, मुंबई, हावड़ा, उन्नाव, कुआलालाम्पुर, बेंगलुरू व अहमदाबाद हैं।
देश में 2008 के बाद से पोर्न साडट्स की खोज में सर्वाधिक रुझान नई दिल्ली के बाद मुंबई, बेंगलुरू व पुणे के लोगों का था। इनके बीच उन्नाव ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा ली। जहां दिल्ली, पुणे व बेंगलुरू में एनिमल पोर्न व रेप पोर्न को सर्च किया गया, वहीं उन्नाव में चाइल्ड सेक्स को सर्वाधिक खोजा गया।
अश्लील खोजों में प्रमुख भारतीय शहरों के अध्ययन के बाद पुणे के एक प्रतिष्ठित संस्थान के विशेषज्ञ अजीत हट्टी का मानना है कि हमारे देश में पोर्न साइट्स की खोज करने में अधिकांश संख्या इंटरनेट सर्च की कम ज्ञान रखने वालों की है। एक बार जब वह गलती से पोर्न साइट सर्च कर लेते हैं तो फिर वह इनके अंदर सब कुछ देखने में लग जाते हैं। इनमें भाषा कौशल भी कम ही रहता है। यह लोग गूगल सर्च इंजन पर सीधे अश्लील शब्द डालते हैं और फिर घंटों पोर्न साइट्स देखने में मगन रहते हैं।