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जौनपुर के बेरोजगार और महोबा के किसान ने जान दे दी

बेरोजगारी से त्रस्त एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया। आज सुबह जौनपुर के फैजाबाद मार्ग स्थित गन्ना सहकारी समिति के कार्यालय के सामने अशोक के पेड़ पर नायलान की रस्सी के सहारे लाश लटकती मिली।आज सुबह लोगों ने देखा कि गन्ना समिति कार्यालय के सामने पेड़ पर फांसी

By Nawal MishraEdited By: Published: Tue, 29 Sep 2015 08:36 PM (IST)Updated: Tue, 29 Sep 2015 08:42 PM (IST)
जौनपुर के बेरोजगार और महोबा के किसान ने जान दे दी

लखनऊ। बेरोजगारी से त्रस्त एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया। आज सुबह जौनपुर के फैजाबाद मार्ग स्थित गन्ना सहकारी समिति के कार्यालय के सामने अशोक के पेड़ पर नायलान की रस्सी के सहारे लाश लटकती मिली।आज सुबह लोगों ने देखा कि गन्ना समिति कार्यालय के सामने पेड़ पर फांसी लगाकर युवक की लाश लटक रही है। इस बात की जानकारी पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक की जेब से नाम-पता व मोबाइल नंबर लिखी पर्ची के आधार पर सूचना घर वालों को दी। घर वाले पहुंचे तो मृतक की शिनाख्त आजमगढ़ जनपद के फूलपुर थाना क्षेत्र के मलगांव निवासी भुआल मिश्र के पुत्र शशिकांत मिश्र उर्फ रवि (२२) के रूप में हुई। परिवार वालों ने बताया कि वर्ष २०१३ के पालीटेक्निक की परीक्षा में शशिकांत को अच्छे नंबर मिले थे। उसने रेलवे में नौकरी के लिए आवेदन किया था लेकिन चयन न होने पर वह परेशान रहने लगा। बेरोजगारी के चलते उसकी मानसिक स्थिति खराब रहने लगी। उसका आजमगढ़ से इलाज भी चल रहा था। वह सोमवार को रिश्तेदारी जाने की बात कहकर घर से निकला और अब उसकी लाश मिली है। सोमवार की शाम से ही रिश्तेदारी न पहुंचने पर परिवार वाले परेशान थे। मौत की खबर से परिवार में भी करुण क्रंदन शुरू हो गया। क्षेत्राधिकारी मयाराम वर्मा व प्रभारी निरीक्षक मंजय सिंह ने भी मौके का निरीक्षण किया।

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कर्ज ने ली किसान की जान

बेहतर बारिश न होने के कारण किसान की फसल सूख गई। इसके चलते परिवार की गाड़ी खींचना मुश्किल हुआ और साहूकारों व बैंक का कर्ज चुकाने की चिंता के चलते किसान सदमें में आ गया और जान दे दी। महोबा के टिकरिया गांव निवासी ७० वर्षीय बल्ली के पास १६ बीघा जमीन थी। उसने बैंक से दो लाख ४० हजार का कर्ज भी ले रखा था। हर साल खेती के दगा देने से साहूकारों से भी हजारों रपुए का ऋण लिया था। इस साल भी बेहतर बारिश न होने से उसकी १६ बीघा में बोई फसल सूखने लगी और इसी को लेकर वह कई दिनों से परेशान था। कर्ज और फसल सूखने के कारण उसने मंगलवार शाम बेलाताल स्टेशन के समीप ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। मृतक की पत्नी फूलारानी ने बताया कि बैंक व साहूकारों के दबाव के चलते वह यह कदम उठाने को मजबूर हुए। एसडीएम कुलपहाड़ मोहम्मद रिजवान ने बताया कि किसान के मरने की जानकारी मिली है। लेखपाल को मौके पर भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ बताया जा सकता है।

जन्मदिन पर छात्रा ने की खुदकशी

नोएडा सेक्टर 61 में बीटेक की छात्रा ने जन्मदिन पर बीती रात फंदा लगाकर खुदकशी कर ली। आज सुबह जब वह बेडरूम से कॉलेज के लिए नहीं निकली तो परिजनों ने खोजबीन शुरू की। शव मकान के द्वितीय फ्लोर पर बने स्टोर रूम में पंखे में फंदे पर लटका हुआ मिला। मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। मामला कोतवाली सेक्टर 58 क्षेत्र का है। मूलरूप से पटना बिहार निवासी रंजन कुमार परिवार के साथ सेक्टर 61 स्थित कोठी नंबर 21 में रहते है। उनका दिल्ली में कंस्ट्रक्शन का कारोबार है। उनकी तीन बेटियों में बड़ी सुभांगी (20) एमिटी विवि में बीटेक द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। मंगलवार को उसका जन्मदिन था। सोमवार रात सब कुछ सामान्य था, और वह बेडरूम में जाकर सो गई थी, लेकिन मंगलवार सुबह वह कॉलेज जाने के लिए नहीं निकली। करीब साढ़े आठ बजे परिजन बुलाने गए तो वह बेडरूम में नहीं थी। ढूंढने पर द्वितीय फ्लोर पर बने स्टोर रूम में पंखे के सहारे दुपट्टे से लटकी हुई मिली। पुलिस को जांच के दौरान मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। परिजनों ने पुलिस को बताया कि वह कुछ दिन से परेशान थी।


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