बलिया में गंगा ने पार किया खतरे का निशान
उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में आज रात बारिश से मौसम फिर सुहाना हो गया। साथ ही नदियों के बढ़ते-घटते जलस्तर से तटवर्तीय क्षेत्रों के लोगों में खासी बेचैनी है। बलिया में गंगा नदी शनिवार को लाल निशान पार कर गई। शनिवार को नदी का जलस्तर गायघाट गेज पर खतरा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में आज रात बारिश से मौसम फिर सुहाना हो गया। साथ ही नदियों के बढ़ते-घटते जलस्तर से तटवर्तीय क्षेत्रों के लोगों में खासी बेचैनी है। बलिया में गंगा नदी शनिवार को लाल निशान पार कर गई। शनिवार को नदी का जलस्तर गायघाट गेज पर खतरा ङ्क्षबदु से 16 सेंटीमीटर ऊपर दर्ज किया गया। फतेहपुर में यमुना नदी के उफान से किशनपुर क्षेत्र के कई गांव पानी से घिर गए है। असहट गांव के रास्ते में दमला नाला का उफनाता पानी भर जाने से लोगों को नाव के सहारे आना-जाना पड़ रहा है। वाराणसी में गंगा के पलटप्रवाह से वरुणा में जलस्तर बढऩे से कई घरों में पानी घुसने से पलायन की स्थिति रही। वहीं गंगा का जलस्तर मामूली उतार पर दर्ज किया गया।
उधर, मीरजापुर में गंगा का जलस्तर स्थिर होने के बाद कम होने लगा है। इलाहाबाद में शनिवार को गंगा-यमुना के जलस्तर में 18 सेंटीमीटर की कमी दर्ज की गई। मऊ में घाघरा में घटाव है मगर लहरों के तेज दबाव से ङ्क्षरगबांध चिउंटीडांड़ के समीप कटान से बचाव के लिए डाली गई बालू की बोरियां खिसकने लगी हैं। बस्ती, सिद्धार्थनगर और संतकबीर नगर में राप्ती नदी लगातार घटाव की ओर है। यही हाल गोरखपुर में राप्ती की है। देवरिया में घाघरा स्थिर है और कुशीनगर में नारायणी नदी में बढ़ाव पर है। कानपुर, कन्नौज तथा फतेहपुर में गंगा जहां अभी खतरे के निशान से काफी नीचे बह रही है वहीं हमीरपुर तथा उरई में यमुना के जलस्तर में धीरे-धीरे बढ़ाव देखा जा रहा है।