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आसाराम प्रकरण : कृपाल की हत्या के षड्यंत्र में नारायण को भेजा जेल

शाहजहांपुर पुलिस ने आज दुष्कर्म आरोपी कथावाचक आसाराम मामले के गवाह कृपाल सिंह की हत्या की साजिश रचने वाले नारायण पांडेय को मीडिया के सामने पेश करने के बाद जेल भेज दिया। वारदात के समय नारायण के मोबाइल की लोकेशन शाहजहांपुर में होने को पुलिस ने सबसे बड़ा सबूत माना

By Nawal MishraEdited By: Published: Sat, 25 Jul 2015 08:14 PM (IST)Updated: Sat, 25 Jul 2015 08:19 PM (IST)
आसाराम प्रकरण : कृपाल की हत्या के षड्यंत्र में नारायण को भेजा जेल

लखनऊ। शाहजहांपुर पुलिस ने आज दुष्कर्म आरोपी कथावाचक आसाराम मामले के गवाह कृपाल सिंह की हत्या की साजिश रचने वाले नारायण पांडेय को मीडिया के सामने पेश करने के बाद जेल भेज दिया। वारदात के समय नारायण के मोबाइल की लोकेशन शाहजहांपुर में होने को पुलिस ने सबसे बड़ा सबूत माना है। हत्या धमकी, लालच से न टूटने पर की गई।

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कानपुर के नौबस्ता थाना अंतर्गत हंसपुरम कॉलोनी निवासी नारायण पांडेय उर्फ पुष्पेंद्र को पुलिस 21 जुलाई को जोधपुर से शाहजहांपुर लाई थी। पुलिस ने उससे चार दिन पूछताछ की। पुलिस के मुताबिक नारायण पांडेय ने कृपाल सिंह की हत्या में अपनी संलिप्तता को स्वीकारा है। बताया कि वारदात में अर्जुन, राघव, संजय भी शामिल रहे। अहमदाबाद निवासी अर्जुन ने शूटर उपलब्ध कराए, जबकि संजय ने वित्तीय मदद की थी। संजय के पास देश में आसाराम के करीब चार सौ तथा विदेशों में स्थित 10 आश्रमों की देखरेख, आय-व्यय का लेखा-जोखा रखने की जिम्मेदारी है। कृपाल को पहले बयान बदलने के लिए 10 से 20 लाख रुपये का लालच दिया गया था। धमकी देने के बावजूद वह नहीं टूटा। इस पर हत्या को अंजाम दिया गया। वारदात के वक्त नारायण के मोबाइल की लोकेशन शाहजहांपुर में मिलने तथा पूर्व में पीडि़ता के परिवार को धमकी देने को पुलिस ने आधार माना है।

चार दिन की पूछताछ में पुलिस कुछ खास हासिल नहीं कर सकी है। शनिवार की दोपहर सदर बाजार थाना पुलिस ने नारायण पांडेय को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया। पुलिस ने रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में प्रार्थनापत्र भी दिया। अदालत ने नारायण को जिला कारागार भेजने का आदेश दिया। साथ ही रिमांड संबंधी प्रार्थनापत्र पर 27 जुलाई को सुनवाई की तिथि नियत की।

बापू के दुश्मन करा रहे गवाहों की हत्या

मीडिया के सामने आरोपी नारायण पांडे ने पुलिस के दावे को सिरे से खारिज कर दिया। उसने कहा कि आसाराम की जमानत की स्थिति बनने पर गवाहों को निशाना बनाया जा रहा है। कोई दुश्मन फायदा उठा रहा है। बापू पर लगाए गए आरोप निराधार हैं। वह कृपाल को जानता था। वारदात वाले दिन शहर में मौजूदगी के सवाल पर उसने बताया कि आश्रम में पहले से कार्यक्रम निर्धारित था।

पीडि़ता के परिवार की घटी सुरक्षा

नारायण पांडेय की गिरफ्तारी के बाद पुलिस पीडि़ता के परिवार की सुरक्षा को लेकर लापरवाह हो गई है। शनिवार को आठ में से छह पुलिसकर्मी ही पीडि़ता के घर सुरक्षा ड्यूटी करने पहुंचे। पीडि़ता के पिता ने इसकी पुष्टि की है।

पानीपत और मुजफ्फरनगर पुलिस ने की पूछताछ

नारायण पांडेय से पानीपत (हरियाणा) एवं मुजफ्फरनगर पुलिस ने भी पूछताछ की। मुजफ्फरनगर में आसाराम केस के गवाह रहे अखिल गुप्ता की गोली मारकर हत्या की गई थी। हरियाणा में भी केस से जुड़े एक व्यक्ति को निशाना बनाया गया था। घटनाओं में एकरूपता होने से एक ही शूटर के सुपारी लेने की बात सामने आ रही है।

होगा पॉलीग्राफ टेस्ट

एसपी बबलू कुमार ने बताया कि नारायण के पॉलीग्राफ टेस्ट से कई सवालों के जवाब मिलेंगे। एसपी ने दावा किया कि नारायण पांडेय ने ही कृपाल की हत्या की साजिश रची है।


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