शेरनी गिरिज्मा के दो शावकों की मौत, शेरों के कुनबे में अब तक छह मौतें
इटावा लॉयन सफारी को आज एक और बड़ा झटका लगा। यहां दूसरी शेरनी गिरिज्मा के पैदा तीन शावकों में से दो की जन्म के थोड़ी देर बाद मौत हो गयी जबकि तीसरे की हालत गंभीर है। शेरनी हीर के दोनों बच्चों की पहले ही मौत हो चुकी है। तीसरी शेरनी
लखनऊ। इटावा लॉयन सफारी को आज एक और बड़ा झटका लगा। यहां दूसरी शेरनी गिरिज्मा के पैदा तीन शावकों में से दो की जन्म के थोड़ी देर बाद मौत हो गयी जबकि तीसरे की हालत गंभीर है। शेरनी हीर के दोनों बच्चों की पहले ही मौत हो चुकी है। तीसरी शेरनी कुमारी अभी गर्भवती नहीं है। उल्लेखनीय है कि लायन सफारी में अब तक शेरों के कुनबे में छह की मौत हो गई है।
गिरिज्मा ने आज देर रात्रि तीन शावकों को जन्म दिया था। वन विभाग के अफसर सीसी टीवी कैमरों से उस पर लगातार निगाह रखे हुए थे। दो शावकों में थोड़ी देर बाद ही नो मूवमेंट के लक्षण आने लगे थे। वन विभाग के अफसरों ने पांचवें दिन भी इस मुद्दे पर मीडिया के समक्ष अपना मुंह नहीं खोला। डीएम नितिन बंसल ने बताया कि गिरिज्मा के दो बच्चों के मौत की सूचना उन्हें मिली है। प्रमुख वन्य जीव प्रतिपालक रूपक डे बुधवार को भी यहां डटे रहे। बताया गया है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पल-पल की रिपोर्ट अधिकारियों से ले रहे हैं।
गुजरात सरकार से मदद मांगी
उत्तर प्रदेश सरकार ने पूरे प्रकरण पर गुजरात सरकार से मदद मांगी है। गुजरात के जूनागढ़ के शेरों के विशेषज्ञ डा. आरएस कणीवार व शेरों के कीपर सलीम को विशेष तौर पर यहां पर बुलाने के लिए कहा गया है। डा. कणीवार के बुधवार की रात्रि तक इटावा पहुंचने की संभावना है। लॉयन सफारी में गुजरात सरकार ने ही तीन जोड़े शेरों के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कहने पर भेजे थे। वन विभाग लंदन के चिडिय़ाघर के भी विशेषज्ञों से ई-मेल के जरिए सलाह ले रहा है। लखनऊ चिडिय़ाघर के डा. उत्कर्ष शुक्ला, डा. विकास ङ्क्षसह, कानपुर चिडिय़ाघर के डा. आरके ङ्क्षसह पहले से ही यहां पर डेरा डाले हुए हैं।
अब तक सफारी में छह मौतें
लॉयन सफारी के चालू होने से पूर्व ही शेरों के कुनबे की अब तक छह मौतें हो चुकी हैं। शेरनी हीर के दो शावकों ने 19 जुलाई को दम तोड़ा था। इसके बाद शेरनी गिरिज्मा के दो शावकों ने दम तोड़ दिया। इससे पूर्व 30 अक्टूबर 2014 को शेरनी लक्ष्मी व 16 नवंबर 2014 को शेर विष्णु ने भी बीमारी के कारण दम तोड़ दिया था।