समूचे देश में २७ जुलाई से फिर शुरू होगा जाट आरक्षण आंदोलन
आरक्षण के लिए जाट एक बार फिर एक बड़े आंदोलन की तैयारी में जुट गए हैं। राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली में गुपचुप तरीके से तैयारियों को अंतिम रूप देने के बाद सोमवार को अमरोहा और मुरादाबाद पहुंचे अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक ने मुरादाबाद में इसकी
लखनऊ। आरक्षण के लिए जाट एक बार फिर एक बड़े आंदोलन की तैयारी में जुट गए हैं। राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली में गुपचुप तरीके से तैयारियों को अंतिम रूप देने के बाद सोमवार को अमरोहा और मुरादाबाद पहुंचे अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक ने मुरादाबाद में इसकी पटकथा सुनाई। उन्होंने कहा कि २७ जुलाई को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ ही समूचे देश में आठ दर्जन से अधिक स्थान पर एक साथ आंदोलन शुरू होगा। चार अगस्त को केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली का दिल्ली स्थित आवास घेरेंगे।
मुरादाबाद में संघर्ष समिति के खास पदाधिकारियों की बैठक में यशपाल ने आंदोलन की तैयारी को सार्वजनिक किया, जिसपर जाट समुदाय ने करतल ध्वनि से अपनी सहमति दी। मलिक ने सरकार से अपनी मांग रखते हुए कहा कि १७ मार्च २०१५ से पहले विभिन्न परीक्षाओं में जिन-जिन जाट समुदाय के युवकों को नौकरी मिली थी, उन्हें बहाल किया जाए। इसके अलावा जाट आरक्षण को बहाल करते हुए पंजाब व जम्मू में आरक्षण व्यवस्था को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाए। इतना ही नहीं पंजाब और हरियाणा में आरक्षण को लेकर जो रिट दाखिल है उसकी पैरवी हरियाणा सरकार करे। यदि इन मांगों को पूरा नहीं किया गया तो एक बार फिर हम अपनी ताकत का एहसास केंद्र सरकार को कराएंगे। उन्होंने कहा कि अभी तो हम रेलवे ट्रैक के किनारे धरना शुरू करने जा रहे हैं, जब ट्रैक पर पहुंचेंगे तब क्या होगा इसके बारे में केंद्र सरकार को सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि ४ अगस्त को दिल्ली में हमारा बड़ा कार्यक्रम होगा। इसमें देश के विभिन्न हिस्सों से हजारों जाट भाग लेंगे और अरुण जेटली का घर घेरेंगे।