पश्चिम से पूर्वी उत्तर प्रदेश तक बढ़ते तनाव को रोकने की तैयारी
नये डीजीपी जगमोहन यादव पुलिस महकमे की पुरानी बुनियाद दुरुस्त करने में जुट गए हैं। उन्होंने सबसे पहले पश्चिमी उत्तर प्रदेश से पूर्वी उत्तर प्रदेश तक बढ़ते सांप्रदायिक तनाव को मिटाने के लिये शांति समितियों से सामंजस्य पर जोर दिया। निर्माण कार्यों में आर्थिक दुश्वारी, फोर्स की कमी, चरणवार प्रोन्नति,
लखनऊ। नये डीजीपी जगमोहन यादव पुलिस महकमे की पुरानी बुनियाद दुरुस्त करने में जुट गए हैं। उन्होंने सबसे पहले पश्चिमी उत्तर प्रदेश से पूर्वी उत्तर प्रदेश तक बढ़ते सांप्रदायिक तनाव को मिटाने के लिये शांति समितियों से सामंजस्य पर जोर दिया। निर्माण कार्यों में आर्थिक दुश्वारी, फोर्स की कमी, चरणवार प्रोन्नति, आवासीय सुविधा और बेहतर प्रशिक्षण के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए और संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय की है।
आज डीजीपी जगमोहन यादव ने मुख्यालय के सभी अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की। दो घंटे से ज्यादा समय तक चली इस बैठक का ब्यौरा देते हुए पुलिस महानिरीक्षक कानून-व्यवस्था ए. सतीश गणेश ने पत्रकारों को बताया कि डीजीपी ने एडीजी पीएचक्यू से पुलिस की नवीनतम कार्य योजनाओं और पुरानी योजनाओं के क्रियान्वयन में खर्च का ब्यौरा मांगा है। कहा कि किसी भी योजना के क्रियान्वयन में आर्थिक दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। एडीजी कार्मिक, आइजी कार्मिक, आइजी प्रशासन और आइजी स्थापना से उनके अनुभाग की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने जल्द संपन्न होने वाली आरक्षी भर्ती के रंगरूटों को बेहतर ढंग से प्रशिक्षित किए जाने के लिए प्रशिक्षण निदेशालय और विभिन्न जिलों में पुलिस प्रशिक्षण स्कूलों को आवश्यक तैयारी के निर्देश दिए। पुलिसकर्मियों के खिलाफ चल रही जांचों के निस्तारण पर डीजीपी ने जोर दिया है। आइजी एसटीएफ और एडीजी अपराध से भी अपराध के विविध पहलुओं पर चर्चा की।
दोषी अफसरों को दंडित करने का फरमान
हाल में उत्तर प्रदेश में घटित आपराधिक और सनसनीखेज घटनाओं की समीक्षा की जिम्मेदारी एडीजी एलओ दलजीत सिंह चौधरी और आइजी एलओ ए. सतीश गणेश को सौंपी गयी है। डीजीपी ने जोन, रेंज और जिलों से घटनाओं का ब्यौरा तलब कर खामियों का अवलोकन दोषी अधिकारियों को दंडित और बेहतर कार्य करने वालों को पुरस्कृत करने के निर्देश दिए हैं।
प्रोन्नति की बनेगी समय सारिणी
डीजीपी ने विभिन्न स्तरों पर मसलन सिपाही से मुख्य आरक्षी, मुख्य आरक्षी से उपनिरीक्षक, उपनिरीक्षक से निरीक्षक और निरीक्षक से पुलिस उपाधीक्षक के पद पर प्रोन्नति के लिए उन्होंने समय सारिणी बनाने के निर्देश दिए। कहा कि समयबद्ध ढंग से प्रोन्नति का प्रस्ताव गृह विभाग को भेजा जाएगा।
240 पदों के लिए भेजेंगे अधियाचन
डीजीपी ने आइजी प्रशासन डी प्रकाश से पीपीएस के पदों के बारे में जानकारी ली। आइजी ने बताया कि डीएसपी और एएसपी की फील्ड स्तर पर कोई रिक्ति नहीं है लेकिन डीएसपी के कुल 240 पद खाली हैं। जगमोहन ने इन पदों को भरने के लिए उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग को अधियाचन भेजने के लिए नये सिरे से प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।
शांति और सामंजस्य पर जोर
पश्चिमी उत्तर प्रदेश से पूर्वी उत्तर प्रदेश तक बढ़ते तनाव को मिटाने के लिये शांति समितियों से सामंजस्य पर जोर दिया गया है। मुख्यालय से अधिकारियों को भेजकर इस दिशा में समन्वय बनाने के निर्देश दिए गए हैं। एडीजी कानून-व्यवस्था इसी को लेकर मेरठ और सहारनपुर दौरे पर हैं। डीजीपी ने सभी जिले के पुलिस प्रमुखों को सक्रिय कर गणमान्य नागरिकों और प्रभावी लोगों से संवाद स्थापित कर सौहार्द बनाने की हिदायत दी है।