उत्तर प्रदेशः घाघरा नदी का जलस्तर बढने से पीपा का पुल बहा
उत्तर प्रदेश में दो दिन की लगातार बारिश के बाद से यहां की नदियां भी उफान पर हैं। इनमें घाघरा का रूप काफी विकराल हो गया है। घाघरा के कारण बाराबंकी, गोंडा, मऊ तथा बलिया में कटान काफी तेजी से हो रहा है। बाराबंकी में घाघरा नदी के मांझाराय पुर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में दो दिन की लगातार बारिश के बाद से यहां की नदियां भी उफान पर हैं। इनमें घाघरा का रूप काफी विकराल हो गया है। देवरिया जिले में बरहज तहसील क्षेत्र में घाघरा नदी का जलस्तर बढने से पीपा का पुल बह गया। वहीं पानी तुर्तीपुर रेलवे पुल को पार कर गया है। लोग परेशान हैं। प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं।
घाघरा के कारण बाराबंकी, गोंडा, मऊ तथा बलिया में कटान काफी तेजी से हो रहा है। बाराबंकी में घाघरा नदी के मांझाराय पुर में नदी की कटान तटबंध से आठ मीटर ही बची है। माना जा रहा है कि अगले 12 घंटे के अंदर यह तटबंध कभी भी कट सकता है। इस तटबंध के कटने के बाद से बाराबंकी के साथ गोंडा जिला भी प्रभावित होगा। इन दोनों जिलों के दो दर्जन से अधिक गांव इनकी चपेट में आ जाएंगे। गांवों में अभी से कोहराम मच गया है। यहां के ग्रामीण काफी तेजी से पलायन कर रहे हैं।
मऊ में भी घाघरा नदी अपने तीखे तेवर में है। यहां पर 16 घंटे में पानी का स्तर 21 सेंटीमीटर बढ़ा है। अभी भी यहां जलस्तर में वृद्धि जारी है। सीतापुर में गांजर से गुजरी घाघरा और शारदा नदियो के जल स्तर में वृद्धि का सिलसिला जारी है। इसमें कटान के भय से घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थान पर जा रहे हैं।
बलिया में घाघरा का जलस्तर 24 घंटे में साढ़े तीन फीट बढ़ा है। यहां पर गंगा नदी में भी धीमी गति से बढ़ाव जारी है। यहां के सिकंदरपुर तहसील के डूहा बिहरा के बालखंडीनाथ मठ की दीवारों को घाघरा की लहरे चूमने लगीं हैं।