रामलला को तिरपाल चढ़ाएंगे योगी अर्पितदास
झांसी के सखी हनुमान मंदिर के महंत एवं गऊ रक्षा दल के बुंदेलखंड प्रभारी योगी अर्पितदास अयोध्या में रामलला को तिरपाल चढ़ाएंगे। इसके लिए उन्होंने छह दिसंबर की तारीख तय की है। इस मौके पर उनके साथ बड़ी संख्या में रामभक्त भी होंगे।
लखनऊ। झांसी के सखी हनुमान मंदिर के महंत एवं गऊ रक्षा दल के बुंदेलखंड प्रभारी योगी अर्पितदास अयोध्या में रामलला को तिरपाल चढ़ाएंगे। इसके लिए उन्होंने छह दिसंबर की तारीख तय की है। इस मौके पर उनके साथ बड़ी संख्या में रामभक्त भी होंगे। स्वर्गद्वार स्थित वैदेहीवल्लभ कुंज में प्रवास के दौरान महंत ने बताया कि रामलला के तिरपाल फटे होने की स्थिति अत्यंत लज्जा की बात है। इसके लिए उन्होंने शासन, प्रशासन एवं रामलला के ठेकेदार माने वाले लोगों को जिम्मेदार ठहराया। कहा कि ऐसा नहीं है कि रामलला की वास्तविक ङ्क्षचता करने वाले नहीं हैं। वह स्वयं हजारों लोगों के साथ रामलला का तिरपाल लेकर पहुंचेंगे। अर्पितदास ने कहा कि नियम-कानून और प्रशासनिक सीमाओं का वास्ता देकर रामलला का और अपमान बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। यदि इसी तरह रामलला का अपमान चलता रहा, तो रामभक्त रामलला का मंदिर निर्माण कर रामलला का सम्मान बहाल करेंगे। ध्यान रहे, पिछले कई माह से रामलला के मेक शिफ्ट स्ट्रक्चर की छत का तिरपाल क्षतिग्रस्त है और अदालती दांवपेच के चलते उसका बदला जाना लंबित है।
मंदिर के लिए आंदोलन की जरूरत नहीं : सिंघल
विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक अशोक ङ्क्षसघल ने कहा कि छह दिसंबर 1992 को अयोध्या का विवादित ढांचा हनुमानजी कृपा से ही ढहा था और अब उन्हीं की कृपा से मंदिर का निर्माण भी होगा। यहां हनुमान मंदिर में दर्शन के बाद विचार उन्होंने उम्मीद जताई कि बगैर आंदोलन के मंदिर निर्माण पूर्ण हो जाएगा। फिर भी यदि जरूरत हुई तो रामभक्त हनुमानजी से प्रेरित होकर मंदिर के लिए तत्पर रहेंगे।